द लोकनीति की खबर का असर, जीएमसी गर्ल्स हॉस्टल में हो रहा है सुधार
गांधी मेडिकल काॅलेज में किया जा रहा है सुधार
80 हजार रुपए की ग्रिल न लगी हाेने के कारण जूनियर डाॅक्टराें के कमराें में घुस रहे थे बदमाश
हाल ही में खबर सामने आ रही है कि गांधी मेडिकल काॅलेज (जीएमसी) के गर्ल्स हाॅस्टल में केवल 80 हजार रुपए की ग्रिल न लगी हाेने की वजह से बार-बार बदमाश जूनियर डाॅक्टराें कमराें में घुस रहे थे। मामले का उजागा तब हुआ जब एक बदमशा द्वारा हाॅस्टल के सेकंड फ्लाेर पर स्थित कमरे में दाखिल हाेकर जूनियर डाॅक्टर के साथ ज्यादती करने की काेशिश की गई। इसके तहत, जूनियर डाॅक्टराें का गुस्सा फूट पड़ा, उनके द्वारा तत्कालीन डीन डाॅ. अरुणा कुमार के खिलाफ मार्चा खाेला गया। इस दौरान, डीन काे हटाने की कार्रवाई की गई।
बता दें कि अब हाॅस्टल के कमराें की 40 खिड़कियाें में ग्रिल लगाई गई है। बताया गया है कि कमला नेहरू अस्पताल की बिल्डिंग से लगे एच ब्लाॅक में लगभग 200 जूनियर डॉक्टर रहती हैं। हाॅस्टल की माैजूदा बाउंड्रीवाॅल 8 फीट की थी, आस-पास कचरा जमा हाेने के कारण इसकी ऊंचाई 4 फीट ही रह गई थी। अब बाउंड्रीवाॅल की ऊंचाई बढ़ाकर 9 फीट की जा रही हैं। जहां दीवार जर्जर थी, उसे ताेड़कर निर्माण किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि बाउंड्रीवाॅल के ऊपर 3 फीट ऊंची कटीली फेंसिंग की जाएगी। इसके अलावा, डाॅक्टर्स क्वार्टर की ओर बाउंड्रीवाॅल पर तार फेंसिंग का काम भी शुरू किया जा चुका है। बाउंड्रीवाॅल पर लाेहे के एंगल लगाए जा रहे हैं, इन पर फेंसिंग की जाएगी ।
डाॅ. टीएन दुबे, प्रभारी डीन, जीएमसी का बयान : खिड़कियाें में ग्रिल लगाने का काम पूरा हाे चुका है। बाउंड्रीवाॅल ऊंची कर कटीली फेंसिंग की जा रही है। सिक्यूरिटी गार्ड की संख्या बढ़ा दी गई है। आवश्यकता के मुताबिक सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जा रहे हैं।