अगर आज है आपका डॉक्टर संग अपॉइंटमेंट, तो जानें से पहले ज़रूर पढ़ ले ये ख़बर …. क्योंकि
नई दिल्ली – केंद्र सरकार के आयुर्वेद के डॉक्टरों को सर्जरी की मंजूरी देन के फैसले का इंडियन मेडिकल एसोसिएशन विरोध कर रहा हैं। डॉक्टरों के संगठन आईएमए ने तो सरकार के इस फैसले को मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ तक करार दिया हैं। साथ ही कहा है कि सरकार इस फैसले को तुरंत वापस ले। संगठन ने कहा था कि यह चिकित्सा शिक्षा या प्रैक्टिस का भ्रमित मिश्रण या खिचड़ीकरण हैं। खासतौर से सरकार के निर्णय को लेकर ऐलोपैथी के डॉक्टरों में काफी नाराजगी हैं।
इसी नाराजगी और केंद्र सरकार के आयुर्वेद के डॉक्टरों को सर्जरी की मंजूरी देन के फैसले पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने आज यानी 11 दिसंबर 2020 को देशभर में डॉक्टरों की हड़ताल का ऐलान किया हैं। आईएमए ने कहा है कि 11 दिसंबर को सभी डॉक्टर सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक हड़ताल पर रहेंगे।
आईएमए ने कहा है कि सीसीआईएम की अधिसूचना और नीति आयोग की ओर से चार समितियों के गठन से सिर्फ मिक्सोपैथी को बढ़ावा मिलेगा। एसोसिएशन ने अधिसूचना वापस लेने और नीति आयोग की ओर से गठित समितियों को रद्द करने की मांग की हैं।
दरअसल, सीसीआईएम ने आयुर्वेद के कुछ खास क्षेत्र के पोस्ट ग्रेजुएट डॉक्टरों को सर्जरी करने का अधिकार दिया हैं। केंद्र सरकार ने हाल में एक अध्यादेश जारी कर आयुर्वेद में पोस्ट ग्रेजुएट डॉक्टरों को 58 प्रकार की सर्जरी सीखने और प्रैक्टिस करने की भी अनुमति दी हैं। सीसीआईएम ने 20 नवंबर 2020 को जारी अधिसूचना में 39 सामान्य सर्जरी प्रक्रियाओं को सूचीबद्ध किया था, जिनमें 19 प्रक्रियाएं आंख, नाक, कान और गले से जुड़ी हैं।
इसी के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने आज हड़ताल पर जाने का ऐलान किया हैं।
क्या खुला रहेगा और क्या बंद रहेगा, जानें यहां
देशव्यापी हड़ताल के दौरान सभी गैर-जरूरी और गैर-कोविड सेवाएं बंद रहेंगी। हालांकि, आईसीयू और सीसीयू जैसी इमरजेंसी सेवाएं जारी रहेंगी। आईएमए ने संकेत दिया है कि आने वाले हफ्तों में आंदोलन तेज हो सकता हैं।
आईएमए की बुलाई हड़ताल के दौरान निजी अस्पतालों में ओपीडी तो बंद रहेंगी, लेकिन सरकारी अस्पताल खुले रहेंगे। निजी अस्पतालों में सिर्फ इमरजेंसी स्वास्थ्य सेवाएं जारी रहेंगी।