देश के राष्ट्रपति की 30% सैलरी कटने के बाद कितनी हो जाएगी ?
देश के राष्ट्रपति की 30% सैलरी कटने के बाद कितनी हो जाएगी ?
कोरोना वायरस की वजह से जो देश में लॉकडाउन हुआ उससे सिर्फ भारत ही नही बल्कि विश्व भर की अर्थव्यवस्था चरमरा चुकी है और ये इतनी जल्दी और आसानी से ठीक भी नही होगी। जब देश का प्रत्येक नागरिक इस बुरे वक्त से अपना-अपना योगदान दे रहा है. इसी बीच केंद्र की कैबिनेट ने बड़ा फैसला करते हुए मेंबर्स ऑफ पार्लियामेंट एक्ट, 1954 के तहत सैलरी, अलाउंस व पेंशन में संशोधन के अध्यादेश को मंजूरी दी है. इसके बाद अगले एक साल तक सभी लोकसभा और राज्यसभा सांसदों की सैलेरी का 30 प्रतिशत काटा जाएगा. इनके अलावा राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री की सैलेरी का भी 30 प्रतिशत एक साल तक काटा जाएगा.
राष्ट्रपति की सैलरी पर क्या असर होगा
संसद अधिनियम 1954 वेतन, भत्ते और पेंशन में 2018 में संशोधन हुआ. इस संशोधन के बाद राष्ट्रपति की सैलेरी 5 लाख हर महीने की कर दी गई. पहले राष्ट्रपति की सैलेरी 1.5 लाख हुई करती थी. अगर राष्ट्रपति की सैलेरी पांच लाख है और उसमें से 30 प्रतिशत हम घटा दें तो बचता है 3.5 लाख. यानी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को अगले एक साल तक तीन लाख पचास हजार की सैलेरी हर महीने मिलेगी.