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हनी ट्रैप:रंगीन रात में गुमशुदा हुए थे मंत्री जी के PA, Sex video बनी तो करनी पड़ी जेब ढीली 

हनी ट्रैप:रंगीन रात में गुमशुदा हुए थे मंत्री जी के PA, Sex video बनी तो करनी पड़ी जेब ढीली 

 

 भोपाल/शशांक तिवारी की यह रिपोर्ट 
 

  •  भोपाल मध्य प्रदेश के मशहूर हनी ट्रैप मामले में अब नया खुलासा हुआ है 
  •  हसीनाओं  की जवानी देख सख्त मंत्रियों के साथ उनके OSD भी फ़िसल गए
  •  आपको बता दें हनीट्रैप मामले में चालान कोर्ट में अब जमा होने के बाद कई White कॉलर और प्रशासनिक सेवाएं दे रहे बड़े बड़े  अधिकारियों के साथ  अब मंत्री के  सबसे अहम officer भी फस गए हैं

 मध्य प्रदेश की  कमलनाथ सरकार के दो मंत्रियों 

 जिनका नाम मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर खाद्य मंत्री जिनके PA मतलब OSD हरीश खरे और खनिज मंत्री प्रदीप जयसवाल के OSD हरीश खरे भी शामिल है

आधी रात को हसीनाओं के फ्लैट पहुंचे थे जहां दोनों ने ने मिलकर क्या किया ???

जिसमें आज बहुत बड़ी खबर सामने आई अब इस मामले में इतने वीआईपी लोगों का नाम है जिसमें सत्ता में बैठे हुए लोग और विपक्ष में बैठे हुए नामी नामी  लोग भी शामिल हैं उनके भी नाम है
 अब जाहिर सी बात है जब बड़े-बड़े नाम ऐसे मामलों में आते हैं तो उन्हें दबाया जाता है

  •  क्योंकि साहब image की बात है न क्योंकि अब राजनीति हो चाहे अफसरनामा सबका खूब चला हनीट्रैप ट्रैप में कारनामा
  • प्रदेश के बड़े-बड़े आईएएस अफसर से लेकर वर्तमान सरकार के मंत्री के OSD  हसीनाओं पर लट्टू हो गए थे |

क्या होता हैं OSD ??

 

ओएसडी (ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी) भारत सरकार की सिविल सेवाओं में एक अधिकारी होता है, जिसे भारत सरकार के सचिव और अवर सचिव के बीच की स्थिति के बारे में समझा जाता है। जब सरकार पर बड़े अच्छे लोगों के लाभ के लिए एक निश्चित कार्रवाई करने का दायित्व है … “
इनको जानकार मंत्री के बराबर ही मानते हैं क्योंकि इनके मुख्य काम यही अधिकारी करते है अब देखना होगा प्रदेश सरकार इसमें कोई फ़ैसला लेती हैं या इसे भी ठंडे बस्ते में डालकर अपनी सरकार की लीपापोती करेगी ???

इनके जाल में फस कर उन्होंने रिश्वत के तौर पर खजाना भी खोल डाला क्योंकि सेक्स वीडियो की आड़ में इन हसीनाओं ने इन सफेद पोशाक वाले साहबों  से कई उल्टे सीधे काम भी निकलवा डालें जिसमें कई सरकारी ठेके भी शामिल हैं वहीं जब मध्य प्रदेश पुलिस ने कोर्ट में इसका चालान सबमिट किया जहां कमलनाथ सरकार के दो दिग्गज मंत्रियों का भी नाम इसमें शामिल है जिसमें खाद्य मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर और खनिज मंत्री मंत्री प्रदीप  जयसवाल
वही गिरोह की 

 हसीनाओं ने बताया कि उन्होंने कई अश्लील वीडियो बनाकर उनसे लाखों रुपए वसूल डाले और कई तबादले भी करवा लिए

जब कमलनाथ सरकार के दो मंत्री के PA पहुंचे हसीनाओं के फ्लैट

हनी ट्रैप हसीनाओं की गैंग में से एक मोनिका ने पुलिस से पूछताछ में बताया कि अरुण निगम और हरीश खरे नामक दो व्यक्ति आरती के मिनाल  रेजीडेंसी वाले निवास पर आए थे जहां दोनों ने अपने खुद का परिचय सरकारी सीनियर अधिकारी के रूप में दिया था जहां अरुण निगम ने खुद को माइनिंग अधिकारी बताया वही मोनिका ने कहा मुझे तारीख तो याद नहीं लेकिन इसी साल जून या जुलाई में तकरीबन 10:00 बजे दोनों आए थे 

दोनों ने साथ में ड्रिंक किया था


इसी के साथ मोनिका ने पुलिस को यह भी बताया की अरुण निगम और हरीश खरे ने हमारे साथ  फ्लैट में  ड्रिंक किया इस दौरान भी उनका हमारे साथ वीडियो बना जहां मैं एक कमरे में अरुण निगम के साथ आरती दयाल थीं तो वहीं हरीश खरे के सात दूसरे कमरे में चली गई उसके बाद हरीश खरे ने मेरे कपड़े उतार दिए और मुझे कस कर पकड़ लिया  
 जहां शारीरिक संबंध बनाने के बाद दोनों अधिकारी आरती दयाल के फ्लैट से चले गए थे उनके जाते ही हनी ट्रैप की शातिर खिलाड़ी रूपा और श्वेता जैन आरती के फ्लैट पर पहुंच गई जहां दोनों अरुण निगम और हरीश खरे के  सेक्स वीडियो देखने लगी हालांकि मोनिका ने पुलिस को बताया कि मुझे इस बात की जरा भी जानकारी नहीं है कि अरुण निगम व हरीश कर इसे आरती दयाल और श्वेता विजय जैन ने कितने रुपए लिए होंगे हो सकता है इनसे पैसा भी ना लिया गया हो क्योंकि वे दोनों अरुण निगम और हरीश खरे से बहुत से सरकारी काम कराना चाहती थी

 कौन है यह मोनिका नाम की लड़की


हनी ट्रैप मामले की मुख्य गवाह और शातिर खिलाड़ी श्वेता विजय जैन के ऑफिस में काम करने वाली यह गांव की एक लड़की है जिसे श्वेता के ऑफिस में काम करने वाले अभिषेक ठाकुर ने अपने जाल में फंसा लिया था उसके बाद अभिषेक ने उसको आरती दयाल से मिलवाया जहां अभिषेक ने मोनिका से कहा था कि आरती हमारी भाभी है वह जो भी कहेगी  वह करना है  उसने उनकी भाभी की बात मानने को कहा लेकिन बात यहां तक पहुंच गई कि मैं खुद पैसों के लालच में फंसती चली गई

क्या है मामला ? Honeytrap Mp

सितंबर  2019 
को मध्यप्रदेश के इंदौर जिला नगर निगम में कार्यरत इंजीनियर हरभजन सिंह ने पलासिया थाने में खुद को ब्लैकमेल किए जाने की एफआईआर दर्ज कराई थी तो उन्हें भी इसका अंदाजा नहीं था कि यह मामला इतना बड़ा बन सकता है। अब जैसे-जैसे प्रदेश में फैली हनीट्रैप मामले की कहानियां उजागर होनी शुरू हुईं हैं वैसे-वैसे इसमें कई नौकशाह, राजनेता और पत्रकारों की संदिग्ध भूमिका सामने आ रही थीं
 

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