हमीदिया अस्पताल : 39 लाख की दवाएं एक्सपायर्ड, 26 दिन बीते अभी तक शुरू ही नहीं हुई जांच, 7 दिन में देना थी रिपोर्ट

मध्यप्रदेश/भोपाल – 26 दिसंबर को पता चला कि हमीदिया अस्पताल के दवा स्टोर में 39 लाख की दवाएं एक्सपायर्ड हो गईं। अस्पताल प्रबंधन का दावा था कि दिसंबर में होने वाले ऑडिट में यह बात पता चली। दवाएं एक्स्पायर होने से पहले उपयोग में क्यों नहीं ली गईं? इसमें किस स्तर पर लापरवाही बरती गई इसकी जवाबदेही तय करने के लिए कमेटी बनी थी। जिसमें 3 सदस्यीयों को शामिल किया गया था।
हैरानी की बात तो ये है कि जांच कमेटी में जिन डॉक्टर को शामिल किया गया था उनमें से एक डॉक्टर को तो इसकी जानकारी ही नहीं दी गई है, जबकि एक डॉक्टर ने खुद को जांच कमेटी से अलग करने का दावा किया हैं। जबकि अस्पताल प्रबंधन को इसकी जानकारी ही नहीं हैं।
बता दे कि इस मामले की जांच करने में जांच दल कोई रुचि नहीं ले रहा हैं। यही वजह है कि मामले की जांच के लिए गठित 3 सदस्यीय कमेटी ने 26 दिन बाद जांच ही शुरू नहीं की हैं। जबकि, कमेटी को जांच पूरी कर सात दिन में रिपोर्ट देने को कहा गया था।
इन लोगों का कहना
हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक डॉ. आईडी चौरसिया का कहना है की स्टोर में दवाइयां एक्सपायर होने के मामले की जांच के लिए कमेटी बनाई गई हैं। रिपोर्ट का क्या स्टेटस है यह देखना पड़ेगा। पिछले कुछ दिनों से वैक्सीनेशन के कारण व्यवस्तताएं ज्यादा हैं।
डॉ. फणींद्र शर्मा जो जांच कमेटी के सदस्य है उनका कहना है कि मुझे जांच कमेटी में शामिल होने संबंधी किसी तरह का पत्र नहीं मिला है। ऐसे में किसी तरह से जांच में शामिल होने का सवाल ही पैदा नहीं होता हैं।
वहीं, डॉ. नवीन भाटिया का कहना है कि मैं टीबी अस्पताल में पदस्थ हूं, बार-बार हमीदिया जाना संभव नहीं था। ऐसे में अधीक्षक से बात करके खुद को जांच कमेटी से अलग कर लिया था।