ग्वालियर बस हादसा : मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने मृतकों के परिजनों से बोला झूठ?? उठे कई सवाल

मध्यप्रदेश/ग्वालियर – 23 मार्च को ही बस और ऑटो की भीषण टक्कर हो गई थी। इस हादसे में 12 महिलाओं और ऑटो ड्राइवर की जान चली गई थी। उस वक्त एडिशनल एसपी ने बताया था कि बस ग्वालियर से मुरैना की ओर जा रही थी और ऑटो ग्वालियर के बाहरी इलाके से अंदर की ओर जा रहा था। दोनों में आमने-सामने की टक्कर हो गई। हादसे में ऑटो में सवार 13 लोगों की मृत्यु हुई हैं।
जबकि इस घटना को लेकर सिटी एसपी रवि भदौरिया ने बताया था कि ऑटो रिक्शा में 13 लोग सवार थे, जिनमें से अधिकांश महिलाएं थीं। यह सभी लोग एक समारोह में खाना बनाने के लिए जा रहे थे, तभी मुरैना की तरफ से आ रही एक तेज रफ्तार बस ने ऑटो को टक्कर मार दी। वहीं, इस हादसे के बाद प्रदेश सरकार की ओर से प्रत्येक मृतक के परिवार को 4 लाख और घायलों को 50 हजार रुपये सहायता राशि की घोषणा की गई थी।
लेकिन अब इस पुरे मामले पर सवल उठ रहा है कि क्या उर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने मृतकों के परिजनों का गुस्सा शांत करने के लिए झूठ बोला? यह सवाल इसलिए उठ रहा है, क्योंकि हादसे के बाद मंत्री ने RTO एसपीएस चौहान को सस्पेंड किए जाने की बात कही थी, लेकिन RTO कमिश्नर मुकेश जैन इस तरह के किसी भी निर्देश न मिलने की बात कह रहे हैं। इससे सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या सरकार के मंत्रियों और अफसरों के बीच कॉर्डिनेशन नहीं है, जो इस तरह के विरोधाभासी बयान सामने आ रहे हैं?