MP NEWS :- रेवांचल एक्सप्रेस में हुई 70 लाख की लूट,जीआरपी ने चार आरोपियों को दबोचा
-चार दिन पहले सागर जीआरपी से मुख्य आरोपी मनीष यादव को किया गया गिरफ्तार
-मनीष ने पिता को बोलता की बैंक से पैसे निकाल कर कही चले जाओ वरना पुलिस पकड़ लेगी
-अपने मालिक से लूट कर दिया वारदात को अंजाम
-25 जुलाई को हुई लूट
मध्यप्रदेश /कटनी :-मामला जुलाई महीने में हुई रेवांचल एक्सप्रेस की बड़ी लूट से जुड़ा है ,जानकारी के अनुसार जीआरपी को सुचना मिली थी कि जुलाई माह में 25 तारीख को रीवांचल एक्सप्रेस में लुटेरों ने 70 लाख की बड़ी लूट को अंजाम दिया था ,पीड़ितों ने संपूर्ण घटनाक्रम को जीआरपी को बताया उनके अनुसार 5 बदमाश ने मिलकर करीब 70 लाख लूटे थे ,अज्ञात बदमाशों के खिलाफ पुलिस ने प्रकरण दर्ज करते हुए उनके विरुद्ध धारा 356 और 380 लगाई थीं।
प्रकरण दर्ज होने के बाद तलाश शुरू कर दी गयी थी ,घटना में मिली जानकारी के अनुसार मनीष यादव के साथ 4 अन्य आरोपियों ने मिलकर घटना को अंजाम दिया था। वारदात के बाद ही 3 आरोपियों को हिरासत में लिया जा चुका था और उनके खिलाफ कारवाई हो रही थी।
बचे अपराधियों का खुलासा तब हुआ जब एक आरोपी बैंक से पैसे निकाल भागने की कोशिश में था। स्लीमनाबाद थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बंधी निवासी मनीष यादव भी वारदात में शामिल था। मिली जानकारी से बताया जाता ही कि वारदात को अंजाम देने के बाद सभी अपराधियों ने पैसों का बराबर बंटवारा कर अपने अलग अलग रास्ते कर लिए थे। बताया जा रहा है कि सोमवार को मनीष के कहने के बाद उसके पिता नोनेलाल यादव (62) भाई राजेश यादव (35 ) व माँ कमलाबाई (58) बैंक में जमा लूटी हुई राशि को निकाल कर चम्पत होने की कोशिश में थे तभी जीआरपी ने उन्हें पकड़ लिया।
जानिए किस प्रकार जीआरपी ने आरोपी मनीष व उसके परिजनों को दबोचा –
आरोपी मनीष के पिता और उसके भाई बरगंवा स्थित एयू स्माल फाइनेंस बैंक में पैसे निकलने गए थे। बैंक में मौजूदा समय पर कैश उपलब्ध न होने से बैंक कर्मचारियों ने उन्हें थोड़े देर बाद आने को कहा। तभी कही से सूचना मिलने पर जीआरपी पुलिस बैंक पर पहुँच गयी और मुआयना लेने लगी। थोड़ी देर बाद बैंक पर मनीष का भाई राजेश पहुंचा ,वह पर पुलिस और लोगों की भीड़ देख कर वह धीरे से वापस जाने लगा तभी एकाएक जीआरपी की नज़र राजेश पर पड़ी। उसके परेशान चेहरे को देख कर पुलिस ने अंदाज़ लगा लिया कि व्यक्ति संदिग्ध है और उसे पकड़कर हिरासत में ले लिया। उसके बाद पुलिस राजेश से उसके पिता के बारे में पूछने लगा काफी देरी के आनाकानी करने के बाद राजेश ने पिता का पता बताते हुए कहा कि वह खदान के पास में हैं। पुलिस तत्काल वहां पहुंची पर स्थल पर राजेश की माँ कमलाबाई मौजूद थी पर पिता फरार हो गया था। पुलिस ने राजेश के फ़ोन का ही इस्तेमाल करके नोनेलाल का पता भी ज्ञात कर लिया और सहआरोपियों को हिरासत में ले लिया।
प्राप्त जानकारी से ज्ञात होता है कि पांचों आरोपी ने पैसे आपस में बाँट लिया। उन्होंने 14 -14 लाख रूपए आपस में बांटे थे। बचे हुए रकम को अन्य साथी को दे दिया गया था।
मुख्य आरोपी मनीष यादव मनीष सेन निवासी सतना के सर्राफ़ा पर काम करता था। उसने अपने मालिक से ही लूट कर घटना को अंजाम दिया था।
बहरहाल बैंक अकाउंट में होल्ड लगवा दिया गया है ,मामले की जानकारी और पूछताछ जारी है।