सरकारें तो बदल गई पर नहीं बदली दशा! पीड़िता ने डीआईजी से भी लगाई गुहार, कहा अगर न्याय नहीं मिला तो यह पुलिस ऑफिसर होंगे मेरी आत्महत्या के जिम्मेदार
सरकारें तो बदल गई पर नहीं बदली दशा! पीड़िता ने डीआईजी से भी लगाई गुहार
भोपाल/गरिमा श्रीवास्तव :– मध्यप्रदेश में राजनीति चरम पर है इस बीच सरकार बदल गई. पर राजधानी भोपाल जहां पर सभी मंत्री अधिकारियों का निवास होता है वहां के गोविंदपुरा क्षेत्र में रहने वाली पीड़िता को अब तक न्याय नहीं मिल सका है. करीब आधे दर्जन लोगों ने एक घर में घुसकर व्यक्ति पर हमला किया था. बता दें कि मोहल्ले में रहने वाले ही कुछ मनचले युवक उसके घर के सामने हर रोज इकट्ठे होकर गाली गलौज करते थे. जिस पर जब उसने उन लोगों को मना किया तो उन्होंने तरुण सिंह राजपूत की जान ले ली.
तब से लगातार उनकी बेटी किरन राजपूत सरकार से गुहार लगा रही है कि इन दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हो.. The Lokniti ने इस खबर को प्रमुखता से छापा था… पर अभी तक किरण (Kiran Rajput)को कोई न्याय नहीं मिल पाया है..
आज किरन ने ट्वीट कर कहा कि हमारे गवाहों के बयानों में फेरबदल कर दिया गया है उनकी बातों को तोड़ मरोड़ कर हत्यारों के पक्ष में conclusion निकले ऐसा chargesheet तैयार किया गया है. उसने अपने 15 गवाहों के साथ पुलिस अधिकारी आर एन चौहान के खिलाफ कारवाई की मांग की है. साथ ही कहा है कि आर एन चौहान रिश्वतखोर है उसके बैंक बैलेंस और कॉल रिकॉर्ड की जांच कराई जाए. ट्वीट के माध्यम से यह भी बताया कि इन्वेस्टिगेशन ऑफीसर ने मेरा फोन नंबर ब्लॉक कर रखा है. और अब चार्जशीट भी बिगाड़ दी है. किरण राजपूत ने ट्वीट कर कहा कि मैं गोविंदपुरा थाना एसआई आर एन चौहान के खिलाफ कार्यवाही की मांग करती हूं उन्होंने हत्यारों के सहयोगियों से रिश्वत लेकर ऐसी चार्जशीट तैयार की है कि हत्यारों के सभी 8 सहयोगी बच जाएं पुलिस के स्वतंत्र गवाह हत्यारों के रिश्तेदारों को बनाया गया है.
इन सभी ट्वीट के साथ किरण राजपूत ने ट्वीट कर यह भी कहा कि अगर मुझे जीते जी रिश्वतखोर आर एन चौहान के कारण न्याय नहीं मिला तो मैं आत्महत्या कर लूंगी.
वही आज करीब 3 घंटे पहले किरण राजपूत में कोई कर बताया था कि उसे डीआईजी ने गोविंदपुरा थाना में मीटिंग के लिए बुलाया है. हमारी दो मांगे हैं जिन्हें पूरी की जाए.
1. रिश्वतखोर आरएन चौहान के खिलाफ कार्रवाई हो.
2. मेरे पिता के हत्या में 8 सहयोगी हैं जिन्हे गिरफ्तार कराया जाए.
अब फिर से किरण राजपूत ने कहा है कि मैंने अपनी सारी बातें डिपार्टमेंट के सामने रखी पर कोई भी गलती मानने को तैयार नहीं है रिश्वतखोर RN Chauhan ने जो चार्जशीट में गड़बड़ी थी उसे कोर्ट में पेश किया जा चुका है. किरण राजपूत ने कहां की हमारी मांग की कि रिश्वतखोर को निलंबित किया जाए और उस चार्जशीट को बर्खास्त कर नई चार्जशीट बनाई जाए..
पर किरण के ट्वीट के मुताबिक उसकी दोनों ही कंडीशन को मना कर दिया गया है. किरण ने ट्वीट कर कहा कि मैं और संघर्ष करूंगी.
क्या था पूरा मामला :-
घटना गोविंदपुरा के एकता नगर की है जहां पर आधे दर्जन लोगों ने एक घर में घुसकर व्यक्ति पर हमला किया. और उसके सर पर लोहे की रॉड उसे चोट कर जान से मार डाला.
एकता नगर का रहने वाला तरूण सिंह राजपूत अपने परिवार के साथ रहता था. मोहल्ले में ही रहने वाले कुछ मनचले युवक उसके घर के सामने ही एक इकट्ठे होकर रोज अपशब्द एवं गाली-गलौच करते थे. जिससे तरुण सिंह आए दिन परेशान रहता था. तरुण सिंह की पत्नी ललिता ने रोज गाली गलौज कर रहे युवकों को घर के सामने गाली गलौज करने से रोका जिसके बाद विवाद बढ़ गया. सभी 1012 युवक तरुण सिंह के घर में घुस आए. विवाद इतना बढ़ गया कि मनचले युवकों ने तरुण सिंह के सिर पर लोहे की रॉड से जोरदार प्रहार किया.
जिसके बाद शनिवार को तरुण सिंह की मौत हो गई.
एएसआई अरविन्द कौरव ने बताया कि कि इस मामले के आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. कुछ फरार आरोपियों की लगातार तलाश जारी है.
वहीं अब फेसबुक पर खुद को तरुण राजपूत की बेटी बताने वाली किरन राजपूत ने पोस्ट कर पिता की मौत के लिए न्याय की गुहार लगायी है..
सरकार ने साधी चुप्पी:-
इस मामले पर सरकार ने भी चुप्पी साध रखी है कांग्रेस ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि…
भोपाल की इस बेटी का दर्द सुनो.
शिवराज के जंगलराज की नई कहानी.
भोपाल की इस बेटी के पिता की 8 लोगों ने घर में घुसकर हत्या कर दी, पुलिस अपराधियों के साथ खड़ी हो गई और मुख्यमंत्री शिवराज ने ट्वीट कर परंपरा निभा दी….
शिवराज जी,
इंसान को कम से कम इंसान तो समझो… !
बता दें कि इस मामले पर शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया था और कहा था कि
बेटा, आपके पिता की निर्मम हत्या करने वाले किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा. मैंने पुलिस को सख्त निर्देश दिए हैं कि 24 घंटे में सारे अपराधियों को पकड़ा जाए. किसी को नहीं छोड़ा जाएगा..
बेटा हम सब आपके साथ हैं..
पर किरन को अब तक न्याय नहीं मिल पाया है.