राज्यपाल ने अपनी शक्तियों का गलत तरीके से किया इस्तेमाल, शिंदे-फडणवीस ने लाया भूकंप : शिवसेना

महाराष्ट्र : महाराष्ट्र में भले ही अब एकनाथ शिंदे-देवेंद्र फडणवीस की सरकार हो, लेकिन विपक्ष अब सरकार पर जमकर हमलावर हो चला है।दरअसल, शिवसेना ने पार्टी मुखपत्र सामना के जरिए सरकार पर एक बार फिर निशाना साधा है।

शिवसेना के मुखपत्र सामना में लिखा गया है की कम-से-कम 16 विधायक ‘ईडी’ और अन्य निजी वजहों से भाग गए। इसी की वजह से कुछ लोग महाविकास अघाड़ी सरकार को अप्राकृतिक कहने लगे। लेकिन ये नई सरकार उससे भी ज्यादा अप्राकृतिक होगी।

सामना ने लिखा कि किसी को पार्टी बदलनी है तो उसमें जनता को मुंह दिखाने का सामर्थ्य होना चाहिए। ऐसे विधायक इस्तीफा दें, नहीं तो उन्हें दलबदल कानून के तहत निष्कासित किया जाना चाहिए।

सामना में आरोप लगाया गया कि महाराष्ट्र भाजपा का एकतरफा नेतृत्व शिंदे के हाथ में था। फडणवीस का डिप्टी सीएम पद लेने से इनकार का फैसला भी भाजपा नेतृत्व ने ठुकरा दिया।उन्हें किसी समय अपने जूनियर मंत्री रहे शिंदे के मातहत काम करना पड़ रहा है, ये यह उनके कर्मों का फल है।

इसके अलावा सामना में एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री और फडणवीस के उपमुख्यमंत्री बनने की तुलना भूकंप से की गई है। कहा गया है कि ‘महाराष्ट्र की सियासत में एकनाथ शिंदे की बगावत से बड़ा भूकंप, पिछले 9 दिनों में तब आया, जब एकनाथ शिंदे उपमुख्यमंत्री और देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री बनेंगे, ऐसा कहने वाले धराशायी हो गए।

वहीं, शिवसेना के मुखपत्र सामना में राज्यपाल को भी आड़े हाथों लिया गया। आरोप लगाया गया है कि शिवसेना के बागियों और बीजेपी ने राजनीतिक साजिश रचकर राज्य को अस्थिर किया। राज्यपाल ने अपनी शक्तियों का अप्रत्यक्ष रूप से गलत इस्तेमाल कर धोखे से सत्ता छीनने में मदद की।

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