"शिव" राज में आटा घोटाला, कोरोना के नाम पर मची है लूट
भोपाल डेस्क (गौतम कुमार) : शिवराज सरकार को बने भले एक महीने ही हुए हो लेकिन विपक्ष वर्तमान सरकार पर लगातार हमलावर है और कोरोना संक्रमण के दौरान हुयी लापरवाही को लेकर सवाल कर रही है. गुरुवार को भी पूरे दिन मध्य प्रदेश बचाओ पनौती हटाओ हैशटैग के साथ शिवराज सिंह ट्रेंड करते रहे. इस ट्रेंड में ही लोग और प्रदेश कांग्रेस का आधिकारीक ट्विटर हैंडल से आता घोटाले को लेकर भी प्रशन किए जा रहे हैं.
बता दें कि कोरोना संकट में लॉकडाउन के दौरान राज्य सरकार जनता को राशन बांट रहीं हैं. खबरों के मुताबिक इस राशन बांटने के दौरान मध्य प्रदेश में आटे के 10 किलो के पैकेट में महज 7 किलो आटा ही निकल रहा है. हर पैकेट में 3 से 4 किलो आटा कम है.
योजना की आड़ में आटा घोटाला!
ग्वालियर में लॉकडाउन के दौरान गरीबों को राशन बांटने के मामले में आटा के 10 किलो पैकेट में से 3 से 4 किलो आटा कम पाया जा रहा है. दरअसल, कोरोना वायरस महामारी के दौरान जरूरतमंद लोगों के लिए राज्य सरकार ने जरूरतमंदों को दस किलो आटा देने की शुरुआत की है. सरकार के इस प्लान के लिए नागरिक खाद्य आपूर्ति विभाग 10 किलो के आटा के पैकेट्स तैयार कर रहा है. लेकिन कुछ लोगों की मिलीभगत से आटा के इन पैकेटों में 3 किलो कम आटा पैक होने की शिकायत मिल रही है. बता दें कि सबसे पहले पैकेट में कम आटा होने की पहली शिकायत नई सड़क पर स्थित एक राशन की दुकान से मिली. इस दुकान पर जब एक राशन धारक ने आटे का पैकेट वजन कराया तो वह 8.85 किलो निकला. इसके बाद दुकान पर खड़े अन्य लोगों ने भी आपत्ति जताते हुए हंगामा शुरू कर दिया.
कांग्रेस ने की मामला दर्ज करने की मांग
जब इस पूरे मामले की जानकारी प्रशासनिक अधिकारियों को दी गई तो वहां के स्थानीय लोगों ने इसकी शिकायत उस विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक प्रवीण पाटक को बताई. जनता की शिकायत के बाद विधायक दौलतगंज स्थित एक सेंटर पर पहुंचे, और उन्होंने जब एक आटे के पैकेट का वजन कराया तो उसमें साढ़े सात किलो आटा ही निकला. इस गड़बड़ी के बाद कांग्रेस विधायक ने इन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की. वहीं पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल ने भी कलेक्टर को पत्र लिखकर दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज करवाने की मांग की है. वहीं, कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने जांच कराने और दोषियों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.