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जबलपुर : एसपी ने किया था शुभारम्भ, ये हालत हो गई अस्थायी पुलिस चौकी की 

 एसपी ने किया था शुभारम्भ, ये हालत हो गई अस्थायी पुलिस चौकी की 
गोसलपुर था
ने से सटे गांधीग्राम में दुर्दशा की हालत बयां कर रहीं तस्वीरें, बल की कमी बता रहे अधिकारी, पंचायत ने जड़ रखा ताला   

द लोकनीति डेस्क जबलपुर (सिहोरा)
अपराधों की रोकथाम के लिए सिहोरा पुलिस संभाग के अंतर्गत आने वाले गोसलपुर थाने से सटे गांधीग्राम में एक साल पहले तत्कालीन एसपी अमित सिंह ने वन डिपो काष्टागार में बने सामुदायिक भवन में अस्थाई पुलिस चौकी का शुभारंभ किया था। पुलिस चौकी का शुभारंभ तो हो गया, लेकिन साल भर बाद भी यहां पर स्टाफ की तैनाती नही हो सकी। चौकी की हालत यह है कि ग्राम पंचायत में वहां पर ताला डाल दिया है। तब से लेकर अब तक पुलिस चौकी अपनी दुर्दशा की कहानी खुद बयां कर रही है।
 गांधीग्राम काष्टागार के अंदर बने सामुदायिक भवन में पुलिस चौकी का लगभग एक साल पहले संचालन किया गया था। चौकी के मुख्य प्रवेश द्वार के गेट के दोनों ओर पुलिस चौकी के पीछे आवासी बस्ती है। पुलिस चौकी खोलने का उद्देश्य गोसलपुर थाने के अंतर्गत आने वाले गांव में आपराधिक गतिविधियों पर लगाम लगाना था। चौकी तो खोल दी गई लेकिन वहां पर पुलिस स्टाफ की तैनाती आज तक नहीं हो पाई। 

 


बीट प्रभारी और पुलिस कर्मचारी नहीं बैठते : बुढ़ागर  में अस्थाई पुलिस चौकी होने के बावजूद संबंधित बीट प्रभारी और ड्यूटी के पुलिसकर्मी पुलिस चौकी पर नहीं बैठते।  शिकायत है कि तैनात कर्मी यहां वहां होटलों दुकानों में बैठकर अपने काम का संचालन करते हैं। जिसकी वजह से क्षेत्र में मारपीट, अवैध खनन, जुआ सट्टा, शराब खोरी और अन्य अपराधों का ग्राफ लगातार क्षेत्र में बढ़ रहा है।


पुलिस चौकी के पास  बजबजा रही गंदगी, ग्राम पंचायत ने जड़ा ताला : ग्राम पंचायत गांधीग्राम ने काष्टागार के प्रवेश द्वार के गेट पर ताला लगाकर से बंद कर दिया है। ऐसे में चौकी के पीछे आदिवासी वार्ड के लोगों का आना जाना नहीं हो पा रहा है। वार्ड के रहवासियों का कहना है कि गेट पर ताला लगा होने से महिलाओं को दूसरे वॉर्डों का चक्कर लगाकर बुढानसागर तालाब के मोगा के किनारे से अपने घर तक पहुंचना पड़ता है। पुलिस चौकी स्थल सामुदायिक भवन का उचित रखरखाव और साफ सफाई नहीं होने से यहां पर घास कचरा और झाड़ियों का अंबार लगा हुआ है पुलिस चौकी के भी दो ने प्रवेश द्वार पर ताला लगा दिया गया है।
 इनका कहना

गांधीग्राम में अस्थाई चौकी बनी थी, लेकिन बल नहीं मिलने के कारण चौकी को विधिवत कार्य रूप में नहीं लाया जा सका। ग्रामीण पुलिस प्रशासन से मांग कर के स्थाई चौकी बनवाते हैं तो फिर पुलिस प्रशासन बल उपलब्ध कराएगा।
 भावना मरावी, एसडीओपी सिहोरा

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