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यहां अन्नदाता नगद में खरीद रहा डीएपी और यूरिया धान की बोवनी सामने किसान हो रहे परेशान

यहां अन्नदाता नगद में खरीद रहा डीएपी और यूरिया
धान की बोवनी सामने किसान हो रहे परेशान : 

सोसायटियों का टका सा जवाब परमिट पर ही मिलेगी उर्वरक, किसान क्रेडिट कार्ड बना छलावा
सिहोरा/मझौली
 किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से किसानों को समितियों द्वारा सरकार उर्वरक उपलब्ध करवाने की बात तो कह रही है, लेकिन जमीनी स्तर पर यह सब हो नहीं रहा है। खरीफ़ की प्रमुख फसल धान की बोनी शुरू हो गई। अब किसानों को सबसे ज्यादा जरूरत डीएपी और यूरिया की है, लेकिन अन्नदाता तो यह डीएपी और यूरिया नगद में खरीदना पड़ रही है। मामला जबलपुर जिले की सिहोरा और मझौली तहसील का है। द लोकनीति ने जब किसानों से बात की तो किसानों ने अपनी पीड़ा खुलकर बताई।
 मध्य प्रदेश राज्य सहकारी विपणन संघ के नगद खाद विक्रय केंद्र सिहोरा में हरदुआ कला गांव के विजय किशोर पटेल, कमल लाल पटेल और राम किशोर पटेल ने बताया कि बरगी सोसाइटी में डीएपी और यूरिया नहीं मिल रही है। सोसाइटी में कहा जा रहा है कि आज नगद में नहीं मिलेगी परमिट पर ही मिलेगी। किसानों ने यह भी बताया कि उन्होंने करीब 15 दिन पहले परमिट कटवा लिया था लेकिन अब कहा जा रहा है कि सोसाइटी में डीएपी और यूरिया है ही नहीं। धान की बोनी करनी है ऐसे में वह नगद में डीएपी और यूरिया खरीदने मजबूर है। 

600 से ₹700 खर्च तब ले जा पाएंगे उर्वरक : विक्रय केंद्र में नगद डीएपी और यूरिया खरीदने पहुंचे किसानों ने बताया कि अगर यही खाद उन्हें संबंधित सोसाइटी में मिल जाती तो 600 ₹700 अतिरिक्त खर्च नहीं करना पड़ते हैं। केंद्र से उन्हें प्रति हेक्टेयर बोरी डीएपी और तीन बोरी यूरिया मिलना है। अधिकतर किसान धान की बोवनी को देखते हुए 20 से 30 बोरी यूरिया व डीएपी खरीद कर ले जाएंगे। घाट सिमरिया के किसान उमेश चौबे ने कहते हैं कि रबी सीजन के समय पर जिन किसानों ने समितियों से यूरिया और डीएपी उधारी में उठाई थी। उसकी राशि शासन ने गेहूं खरीदी के समय काट ली। कर्ज चुकाने के बावजूद किसानों को उधारी में समितियों से खाद नहीं मिल रही।

26 में से सिर्फ 4 समितियों ने भेजा डीएपी यूरिया के लिए रिलीज ऑर्डर : विपणन संघ की सिहोरा गोदाम से सिहोरा और मझौली तहसील की 26 समितियों रिलीज ऑर्डर पर खाद दी जाती है, धान के पीक सीजन में अभी तक सिर्फ चार समिति में नहीं डीएपी और यूरिया के लिए रिलीज ऑर्डर दिए। बाकी 22 समितियों से अभी तक कोई भी मांग पत्र डीएपी और यूरिया के लिए अभी तक नहीं आया।


गोदाम में यूरिया 92, डीएपी 300 टन का स्टॉक : विपणन संघ के सिहोरा स्थित गोदाम के प्रभारी वीरू चौधरी ने बताया कि गोदाम में यूरिया 92 टन और डीएपी 300 टन का स्टाफ अभी उपलब्ध है। यूरिया की 45 किलो की बोरी का मूल्य ₹267 और डीएपी की 50 किलो की बोरी की कीमत 1151 रुपये है।

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