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सिहोरा : कोरोना काल में जमकर लिया काम और वेतन भी काट लिया,क्यों भड़के रोज़गार सहायक देखें video 

सिहोरा : कोरोना काल में जमकर लिया काम और वेतन भी काट लिया,क्यों भड़के रोज़गार सहायक देखें video 

  • शासन-प्रशासन के खिलाफ ग्राम रोजगार सहायकों ने जमकर की नारेबाजी,
  • काटा गया वेतन नहीं हुआ वापस तो एक सप्ताह बाद कलम बंद हड़ताल की चेतावनी,
  • एसडीएम के नाम सौंपा ज्ञापन

देखें video-https://www.facebook.com/TheLoknitiSihora/videos/1051019628701364/

द लोकनीति डेस्क सिहोरा
एक तरफ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना काल के दौरान किसी भी कर्मचारी का वेतन नहीं काटने की बात कहते हैं, वहीं दूसरी तरफ कोरोना काल के दौरान अपनी जान जोखिम में डालकर केंद्र और राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले ग्राम रोजगार सहायकों का बिना किसी कारण बताएं वेतन काट लिया गया। मामला जबलपुर जिले की जनपद पंचायत सिहोरा का है। वेतन काटे जाने से आक्रोशित ग्राम रोजगार सहायकों ने शासन और प्रशासन के खिलाफ गुरुवार को जमकर नारेबाजी की और एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर चेतावनी दी कि यदि एक सप्ताह के अंदर उनका काटा गया वेतन वापस नहीं किया जाता तो वह कलम बंद हड़ताल पर चले जाएंगे।
 क्या है पूरा मामला : मनरेगा ग्राम रोजगार सहायक महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रितेश तिवारी ने बताया कि जनपद पंचायत सिहोरा की 60 ग्राम पंचायतों में पदस्थ ग्राम रोजगार सहायकों में से 31 ग्राम रोजगार सहायकों का माह दिसंबर का 15 सौ से लेकर दो हजार वेतन काट लिया गया। वेतन आखिर किन कारणों से काटा गया इस बात को लेकर न तो कोई जानकारी दी गई और न ही नोटिस। जिसको लेकर ग्राम रोजगार सहायकों में भारी आक्रोश है। ग्राम रोजगार सहायक पंचायत में संपादित होने वाली शासन की समस्त योजनाओं का क्रियान्वयन पूरी ईमानदारी के साथ करते हैं, लेकिन शासन द्वारा उन्हें मूल योजना मनरेगा से 5000 स्वच्छ भारत मिशन से 2000 एवं प्रधानमंत्री आवास योजना से ₹2000 प्रदान किया जाता है।

 


आश्वासन के बावजूद काट लिया गया वेतन : मनरेगा ग्राम रोजगार सहायक महासंघ के ब्लॉक अध्यक्ष संजय तिवारी, उपाध्यक्ष सौरभ खान, ब्लॉक सचिव सुरजीत पटेल, शालिनी पटेल, कोषाध्यक्ष संजय पांडे, धनंजय चौबे, धर्मेंद्र चक्रवर्ती, प्रदीप कोरी, सुषमा दुबे, सरफराज मंसूरी ने आरोप लगाया कि अगस्त माह में एसडीएम और जनपद पंचायत सिहोरा की सीईओ को 31 अगस्त को ज्ञापन सौंपकर मानदेय नहीं काटे जाने का ज्ञापन सौंपा था लेकिन इसके बावजूद उनका वेतन काट लिया गया।
 … तो कलम बंद हड़ताल होगा आखिरी रास्ता : वेतन काटे जाने से आक्रोशित ग्राम रोजगार सहायकों ने एसडीएम सिहोरा चंद्र प्रताप गोहिल को ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि 9 सितंबर 2020 तक काटा गया वेतन वापस नहीं किया जाता 2 ग्राम रोजगार सहायक कर्मचारी संघ इकाई सिहोरा के समस्त ग्राम रोजगार सहायक कलम बंद हड़ताल पर चले जाएंगे।

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