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बलात्कार जैसे मामलों पर ध्यान नहीं दे रहा एमपी प्रशासन

बलात्कार जैसे मामलों पर ध्यान नहीं दे रहा एमपी प्रशासन

  • मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री तक न्याय की गुहार लगा चुका लाचार पिता, फिर भी पुलिस गंभीर नहीं
  • परिजनों का दर्द… इतना जघन्य अपराध, लेकिन फास्ट ट्रैक कोर्ट में मामला नहीं चलाया गया

MP/ आयुषी जैन – बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में आठ महीने बाद भी नहीं आई डीएनए रिपोर्ट, न्याय के लिए भटक रहे परिजन
पिछले महीनों भोपाल की मनुआभान की टेकरी पर 12 साल की बच्ची की सामूहिक दुष्कर्म के बाद पत्थरों से सिर कुचलकर हत्या कर की खबर सामने आयी थी. उसकी डीएनए रिपोर्ट आठ महीने बाद भी पुलिस कोर्ट में पेश नहीं कर सकी है।
न्याय के लिए बच्ची के माता-पिता मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री तक गुहार लगा चुके हैं। इसके बाद भी पुलिस के अफसर मामले को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। लांबाखेड़ा निवासी 12 वर्षीय बच्ची से सामूहिक दुष्कर्म के बाद पत्थरों से सिर कुचलकर उसकी हत्या करने वाले दो आरोपी अविनाश साहू और जस्टिन भले ही जेल की सलाखों के पीछे हैं, लेकिन इस संघीन अपराध में आठ महीने बाद भी डीएनए रिपोर्ट का नहीं आ पाना और मुकदमा फास्ट ट्रैक कोर्ट में नहीं जाना कई सवाल खड़े करता है.
हम आपको बता दें पुलिस ने अपनी विवेचना पूरी करके 16 जून को कोर्ट में चालान पेश किया था। लेकिन डीएनए रिपोर्ट का आज तक अता पता नहीं है.

मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री तक न्याय की गुहार लगा चुका लाचार पिता, फिर भी पुलिस गंभीर नहीं
पिता का कहना है कि पुलिस के अफसर पिछले 8 महीने से यह भी नहीं बता पा रहे हैं कि डीएनए सैंपल किस लैब भेजे गए हैं कोहिफिजा थाना प्रभारी ने पूछने पर बताया था कि डीएनए सैंपल सागर भेजे गए हैं, फिर पता चलता है सागर में सैंपल है ही नहीं इसीलिए उसे हैदराबाद भेजा गया, अब कहते हैं दिल्ली भेजा गया.
पिता ने सवाल किया है कि पुलिस मुझसे झूठ क्यों बोल रही है उन्हें सच बताने में क्या परेशानी है? चालान में पुलिस ने रिपोर्ट प्रस्तुत की है रिपोर्ट में बताया है कि डीएनए में मिक्ससिंग है, इसका मतलब आरोपी 2 से अधिक है, अगर ऐसा है तो अन्य आरोपी कौन है?? इसका जवाब पुलिस कब देगी।

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