जब "दिग्गी राजा" ने CM Shivraj से पूछा, मामू कहां हो? रोज़ भाषण दे कर लोगों को गुमराह कर रहे हो
भोपाल : मध्यप्रदेश में किसान हित की चाहे कितनी भी बातें हो लेकिन दुर्दशा किसानों की होती रही है। किसान किसी भी फसल को उगाने में अपना जी जान लगा देता है और जब उसकी वही फसल दो तीन रुपए किलो बिके तो हम आप तो समझ भी नहीं सकते हैं कि क्या स्थिति होगी। रतलाम में लहसुन तीन रुपए किलो बिके। पहले किसान फूट-फूट कर रोया और फिर ढोल बुलाकर नाचने लगा।
बेबसी क्या कुछ नहीं करा देती है
जानकारी के मुताबिक जावरा कृषि मंडी में मंगलवार को एक किसान को लहसुन 300 रुपए प्रति क्विंटल बेचना पड़ा है। व्यापारियों ने इतना ही रेट लगाया। लागत से भी कम मूल्य मिलने पर किसान को भारी नुकसान उठाना पड़ा और वह मंडी में ही फुट-फूटकर रोने लगा। किसान ने कृषि मंडी से गुजर रहे एक ढोल वादक को बुलाया और ढोल बजवाकर रोते हुए लहसुन के ऊपर खड़े होकर खूब नाचा। लहसुन पर नाचते हुए किसान का वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ है।
किसान के हितों की रक्षा करने की बातें सरकार द्वारा लगातार कही जाती रही है। वहीं दूसरी तरफ किसानों का कहना है कि व्यापारी अपनी मर्जी से रेट लगाते है, और हमारे खून पसीने की मेहनत दो तीन रुपए किलो में बिक रही है। इधर, इस पूरे मुद्दे पर विपक्ष सरकार का घेराव कर रही है। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा मामू कहां हो? लगता है आपको भी इसी किसान के साथ ढोल बजा कर ना— चाहिए। यदि किसान के बारे में आपको दर्द है तो कुछ करो। रोज़ भाषण दे कर लोगों को गुमराह कर रहे हो।