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धार : दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति एक ट्रैक्टर रैली का किया आयोजन

धार से मनीष आमले की रिपोर्ट : – आज अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति एवं  संयुक्त किसान मोर्चा और नर्मदा बचाओ आंदोलन के बैनर तले, धार जिले, के धरमपुरी तहसील, के धामनोद नगर, में दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में एक ट्रैक्टर रैली का आयोजन किया गया। यह रैली फूडी होटल के पास से शुरुआत होकर धामनोद के मुख्य मार्ग से होते हुए कोंन बनाता हिंदुस्तान, भारत का मजदूर किसान। किसान विरोधी काले कानून रद्द करो, रद्द करो नारों के उदघोष करते हुये नए बस स्टैंड धामनोद, में एक सभा में परिवर्तित हुई। इस रैली में क्षेत्र के गांव गांव से किसान मजदूर और श्रमिक भाई पधारे थे। धामनोद नगर के आजू-बाजू के गांव दहिवर, बेगन्दा, मोरगड़ी, बलवाड़ा, खलघाट, बिखरोन, पंधानिया, डोंगरगांव, गुलझरा, पलासिया,  निमोला से कई किसान साथी अपने अपने ट्रैक्टर वाहन लेकर इस रैली में शामिल हुए साथ ही बड़वानी जिले से गेंदालाल बाबा शोभाराम भाई फाटूभाई एवं हमारे भादल एवं पिछोड़ी के  आदिवासी किसान जिनको लम्बे  संघर्ष के बाद खलबुजुर्ग बसाहट में खेती की जमीन मिली है वह भी रैली में शामिल हुए है। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में महेश्वर महेश्वर परियोजना से प्रभावित जगदीश भाई पाटीदार भी उपस्थित हुए साथ ही इस रैली में करीबन 15 से अधिक ट्रैक्टर्स शामिल हुए थे। रैली धामनोद के मुख्य मार्ग से होते नए बस स्टैंड धामनोद में पहुंच कर एक सभा का आयोजन किया गया। सभा की शुरुआत में सेंचुरी के साथियों द्वारा एक गीत प्रस्तुत किया। उसके बाद सेंचुरी मिल नेतृत्व कर्ता  राजकुमार दुबे जी ने इन तीन काले कानूनों के बारे में बात रखी, और यह समझाने का प्रयास किया कि इन काले कानूनों से इस प्रत्येक मनुष्य पर क्या प्रभाव पड़ने वाला है और किस तरह से यह केंद्र की सरकार केकॉरपोरेट और उद्योगपतियों को इन कानूनों के द्वारा बढ़ावा देने जा रही है, इस पर बात रखी । उसके बाद दुर्गेश भाई  भी बात रखी ,जो शुरुआती दौर में ही जब हमारी एक आईसर बड़वानी से निकलकर दिल्ली पहुंची थी। उनके साथ दिल्ली पहुंचे थे और वहां पर क्या-क्या घटनाएं हुई। इन काले कानूनों का दिल्ली की सीमाओं पर हरियाणा, पंजाब ही नहीं देशभर के अलग-अलग राज्यों से किसान विरोधी कानूनों का विरोध कर रहे हैं। संघर्ष में शामिल है यह उनका अनुभव बताया और सेंचुरी मिल में किस तरह से उद्योगपतियों ने श्रमिक भाइयों को अपना उद्योग बंद करके उनकी जीविका को प्रभावित किया है। इस पर भी पूरी बात रखी और उनके लड़ने के बाद कंपनी के मालिक को मजबूर होकर उनको बंद कम्पनी होने के बाद भी उनको उनकी तनख्वाह देने के लिए मजबूर किया है। उनके बाद इस क्षेत्र के किसान वल्लभ पाटीदार जी मेहगांव ने अपना बात रखी। बताया कि इन कानूनों से हमारे क्षेत्र के किसानों का किस किस तरह का नुकसान होगा और विपरीत प्रभाव आने वाला है और उससे किसानों के साथ मजदूर, छोटे व्यापारियों की जीविका प्रभावित होगी। कांट्रैक्ट फार्मिंग से हम किस तरह से प्रभावित होंगे और हमारे प्रदेश के ही सीहोर और विदिशा होशंगाबाद जिले में कांट्रेक्ट फार्मिंग  हो रही है और उसका दुष्परिणाम अभी हमने देखा है। अखबारों की खबर में भी आया टीवी में भी आया है वह सब बात भी सामने रखी। कि हम को अगर आज समय है अगर हम नहीं जागे तो हमारी खेती और हमारी जीविका और हमारी खेती की उपज किस तरह से इन कानूनों से प्रभावित होने वाली है यह सब बात बल्लभ भाई ने बड़े कार्पोरेट, उद्योगपतियों के द्वारा अलिमिटेड भंडारण कर जब अनाज की कमी होगी तो यह बड़े उद्योगपति उसे ऊंचे दामों में बेचेगी और मुनाफा कमाएगी। हमारे मुख्य अतिथि के रुप में पहुंचे जगदीश भाई पाटीदार गोगावा महेश्वर बांध से प्रभावित है, उन्होंने इन तीन काले कानूनों के ऊपर विस्तार से बात रखी,और किस तरह से कानूनों का प्रभाव हम किसान, मजदूर और छोटे व्यापारियों के ऊपर होने वाला है यह विस्तृत से बात रखें साथ ही उन्होंने कहा शिक्षा कानून अन्न सुरक्षा का कानून और जो बिजली का नया कानून आने वाला है उस पर भी उन्होंने बात रखी। अंत में सभी गांव गांव से आए हुए किसानों के द्वारा जो किसान विरोधी 3 कानून लाए गए हैं, उनको जला कर के अपना विरोध प्रदर्शन किया साथ ही दिल्ली में चल रहे हैं किसान आंदोलन को  अपना समर्थन  जाहिर किया। आगे जरूरत हुई तो इस प्रदेश का किसान भी दिल्ली की बॉर्डर तक जरूर पहुंचेगा। आज जरूर कुछ प्रतिनिधि के तौर पर किसान और उनके ट्रेक्टर पहुंचे थे लेकिन यह चिंगारी अब जल चुकी है और यह चिंगारी जल्द ही बड़ी आग का रूप लेगी और क्षेत्र का किसान काले कानूनों के बारे में पूरी तरह से जान कर के संघर्ष में अपना योगदान देने के लिए तैयार हो रहे है। संचालन मुकेश भगोरिया ने किया और अंत मे आभार वल्लभ पाटीदार किया।                                                                                                                                 

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