दमोह : धान खरीदी केंद्र में हुई गड़बड़ी एवं किसानों से की गई वसूली के विरोध में किसानों ने आज चौथी बार पुनः कलेक्टर के नाम एक ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा

धान खरीदी केंद्र में हुई गड़बड़ी एवं किसानों से की गई वसूली के विरोध में किसानों ने आज चौथी बार पुनः कलेक्टर के नाम एक ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा। इस दौरान किसानों ने स्थानीय विधायक के विरोध में भी नारे लगाए।
दमोह से शंकर दुबे की रिपोर्ट : – जबेरा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम बड़गुवां के किसानों ने आज जिला प्रशासन को एक ज्ञापन सौंपकर ई उपार्जन केंद्र सिमरी जालम सिंह के विरोध में ज्ञापन सौंपकर धान खरीदी में हुई गड़बड़ी की जांच कर आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई करने एवं स्व सहायता समूह को ब्लैक लिस्ट करने की मांग की। किसानों ने बताया कि ग्राम सिमरी जालम सिंह में अंजनी स्व सहायता समूह द्वारा धान खरीदी की जा रही है। वहां पदस्थ ऑपरेटर गोपाल सिंह लोधी एवं खरीदी प्रभारी खुमान सिंह लोधी द्वारा प्रत्येक किसान से 100 से 200 रुपए प्रति कुंतल की वसूली की गई है। इसके अलावा तुलाई में भी करीब आधा किलो तक की गड़बड़ी की गई है। तीन ज्ञापन प्रशासन को सौंपी गई थे। पहला ज्ञापन 20 जनवरी को, उसके बाद 29 जनवरी तथा तीसरा ज्ञापन 2 फरवरी को कलेक्टर के नाम देकर कार्यवाई कर जांच की मांग की थी।
जांच हुई कार्यवाई नहीं
किसानों ने बताया कि 6 फरवरी को एक दल जांच करने के लिए गया था। किसानों ने जो बयान दर्ज कराए थे वह बयान नहीं लिखे गए। न ही जांच प्रतिवेदन किसानों को पढ़कर सुनाया गया। इसके अलावा संबंधित दोनों लोगों पर अब तक कोई कार्यवाई नहीं की गई है। किसानों का कहना है कि प्रशासन तत्काल ही ऑपरेटर गोपाल लोधी को हटाकर उसके खिलाफ एफ आई आर दर्ज करें साथ ही स्व सहायता समूह को ब्लैक लिस्टेड किया जाए। यदि शीघ्र ही ऐसा नहीं किया गया तो किसान जन आंदोलन करेंगे।
विधायक के ख़िलाफ़ की नारेबाजी : –
ज्ञापन देने आए किसानों ने जबेरा विधायक धर्मेंद्र सिंह लोधी के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की। उन्होंने जबेरा विधायक हाय हाय के नारे लगा कर अपना विरोध दर्ज कराया। किसानों की अगुवाई दृगपाल लोधी ने की। आपको बता दें कि यह वही युवक है जिसने राहुल सिंह के दमोह आगमन पर उनके ऊपर चप्पलों की माला और स्याही फेंकी थी। दृगपाल का कहना है कि यदि निर्वाचित प्रतिनिधि चाहे तो कोई भी अधिकारी और कर्मचारी भ्रष्टाचार नहीं कर सकते हैं। लेकिन उन्हीं की छूट है इसलिए यह सब हो रहा है।