Coronavirus :- भोपाल में भी कोरोना ने दी दस्तक , मिला पहला संदिग्ध।
Bhopal Desk, Gautam :- भोपाल एम्स (AIIMS) में कोरोना का एक संदिग्ध मरीज मिला है। उसे इलाज के लिए एम्स के मेडिसिन डिपार्टमेंट में बनाए गए आईसाेलेशन (Isolation) वार्ड में भर्ती किया गया है। उसके थ्राेट सुआब के सैंपल जांच के लिए एनआईवि ( National Institute of Virology) पुणे भेजे गए हैं। एम्स के मेडिसिन डिपार्टमेंट के डाॅक्टर्स ने बताया कि यह युवक हाल ही में चीन से लौटा है। वह तेज बुखार, सर्दी, खांसी की शिकायत लेकर एम्स पहुंचा था। शुरुआती जांच में उसमें कोरोना संक्रमण के लक्षण मिले। इसके बाद उसे भर्ती किया गया है।
केरल में मिल चूका है पहला मरीज
चीन से 22 देशों में फैल चुका कोरोना वायरस आखिर भारत पहुंच ही गया। स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को देश में पहले कोरोना वायरस पीड़ित मरीज की पुष्टि कर दी है। ये केरल की छात्रा है, जो चीन के वुहान विश्वविद्यालय में पढ़ाई कर देश लौटी है। केरल के स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने बताया कि पीड़िता को त्रिशूर के जनरल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है। उसकी हालत स्थिर है। उसके 20 सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे। जिनमें से यह छात्रा संक्रमित निकली। करीब 800 लोगों की निगरानी की जा रही है, जिनमें 10 को अलग रखा गया है।
खरगोन के तीन छात्रों की प्रधानमंत्री से गुहार “हमें बचा लो”
चीन के शियान हुबेई प्राविंस व हंजू शहर में खरगोन जिले के तीन विद्यार्थी शुभम गुप्ता, मतीन खान और राकेश नायक फंसे हैं। तीनों की उम्र 21 वर्ष है। शुभम-मतीन हुबेई, जबकि नायर हुंजा में है। तीनों ने परिजनों को वीडियो कॉल कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद मांगी है। तीनों ने कहा है कि वायरस उन्हें छुए, उसके पहले उन्हें यहां से निकाल लें। शुभम की मां मनीषा ने बताया कि उनके बच्चे एक सप्ताह से कमरे में बंद हैं। उनका बेटा दो साल से वहां पढ़ाई कर रहा था। उससे लगातार वीडियो कॉलिंग से बात हो रही है। पिछले माह 12 दिसंबर को चीन से लौटे हूमा खान, कृतिका रघुवंशी व रूपेश गुप्ता ने बताया कि हमारे कई साथी फंसे हैं।