मध्यप्रदेश : संबल योजना पर गरमाई सियासत, भाजपा और कांग्रेस के बीच नोकझोंक
शिवराज सरकार में आरंभ हुई संबल योजना पर भाजपा और कांग्रेस के बीच तगड़ी नोकझोंक
शिवराज सरकार में आरंभ हुई संबल योजना के दौरान फर्जीवाड़ा सामने आने के पश्चात् कमलनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री पीसी शर्मा का बड़ा बयान सामने आ चुका है | पीसी शर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा है कि भाजपा के 15 साल बीतने के बाद शाशनकाल में फर्जीवाड़ा के अलावा और कुछ भी नहीं है | योजना में अपात्रों के खिलाफ एफआईआर करने की बात कही गई है | वहीं, इस फर्जीवाड़े में भाजपा के कार्यकर्ताओं के मौजूद होने के भी आरोप लगाए गए हैं | इसमें उन्होंने वसूली की बात कही है | पीसी शर्मा के इस बयान के बाद भाजपा में खलबली मच चुकी है और नेताओं द्वारा पलटवार करना शुरू कर दिया गया है | इसके तहत पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा द्वारा सरकार पर जमकर निशाना साधा गया है |
संबल योजना में घोटाले का आरोप व्यक्त करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पीसी शर्मा पर पलटवार करते हुए कहा है कि सम्बल योजना में जो पात्र थे, उनको सरकार लाभ नहीं देना चाहती है | घोटाला अगर हो गया है तो करने वालों जेल भेज दो कौन मना कर रहा है | इसी के साथ, उनका कहना है कि गरीबों का हक़ छीनने वालों को जवाब जनता देगी | जो करना है करो | तीन काइटोरिया थे जिनके माध्यम से संबल योजना का लाभ प्राप्त हुआ है | इस सरकार द्वारा गरीबों का गला घोट दिया गया है और संबल योजना बंद कर दी गई | गरीब की लाश से कफ़न के 5 हजार चीन लिए गए, क्या बात करेंगे जवाब दे सरकार |
वहीं, पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा द्वारा भी सरकार पर जमकर निशाना साधा गया है | दरअसल, मिश्रा ने कहा है कि कोई जांच नहीं कर सकते ना ही कोई परिणाम पर आ सकते हैं | बिजली का बिल तक कम नहीं कर सके | 2 लाख तक की ऋण राशि का एलान किया गया और उसे भी नहीं कर पाए |