कांग्रेस विधायक बाबू जांडेल ने विधानसभा में गुस्से में अपने कपड़े फाड़े
कांग्रेस विधायक बाबू जांडेल ने विधानसभा में गुस्से में अपने कपड़े फाड़े
- विधानसभा का चार दिवसीय मानसून सत्र सिर्फ डेढ़ दिन में समाप्त
- प्रदेश में बाढ़ से हुई तबाही पर बात करना चाहते थे विधायक
भोपाल:
भोपाल में विधानसभा का चार दिवसीय मानसून सत्र सिर्फ डेढ़ दिन में ही समाप्त हो गया तो कांग्रेस विधायक बाबू जांडेल ने गुस्से में अपने ही कपड़े फाड़ कर फेंक दिए। विधायक के कपड़े फाड़ने से विधानसभा में हड़कंप मच गया। बाबू जांडेल श्योपुर से विधायक हैं।
दरअसल लगातार हो रही बारिश और बाढ़ ने एमपी में जमकर तबाही मचाई और जब बाढ़ का पानी उतर गया तो तबाही के निशान और दर्द लोगों की आंखों में छोड़ गया। बाढ़ से लोगों के घर टूट गए तो कईयों ने अपनों को खो दिया, हजारों मवेशियों की मौत हो गई, किसानों की फसल चौपट हो गई। शासन प्रशासन के दावों के बीच लोग अब भी मदद की आस लगाए बैठे हुए हैं। बाढ़ से हुई तबाही और पीड़ित लोगों की मदद को लेकर विधायक सदन में चर्चा करना चाहते थे लेकिन जब उस पर सदन में कोई चर्चा नहीं हो पाई तो विधायक ने अपने ही कपड़े फाड़ कर फेंक दिए।
शयोपुर के विधायक बाबू जँडेल ने कहा कि “हजारों लोग बेघर हो गए, हजारों की संख्या में मवेशी मर गए। लोगों ने घरों पर चढ़कर जान बचाई। मैंने लोगों का दाह संस्कार किया, बाढ़ के मुद्दे पर सदन मे 5 मिनट के लिए चर्चा चाहता था लेकिन सरकार 5 मिनट भी इस मुद्दे पर चर्चा नहीं की। सरकार बड़ी बड़ी घोषणा कर रही है बाढ़ प्रभावितों के लिए। जमीन पर कोई राहत नहीं पहुंच रहा है। श्योपुर में बाढ़ आपदान ने नहीं बल्कि स्थानीय प्रशासन ने बर्बाद किया है। श्योपुर में सबसे ज्यादा बाढ़ ने तबाही मचाई है।”