कांग्रेस विधायक का आरोप, कमलनाथ भूले अपने वचन, इसलिए किया बहिष्कार, अब बैठूंगा धरने पर
मध्यप्रदेश/ग्वालियर – मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रहीं हैं। जहां विपक्ष सरकार के घेराव में लगा हुआ है, वही अब कांग्रेस के विधायक भी अपने ही मुख्यमंत्री के खिलाफ खड़े हो गए हैं। मामला ग्वालियर का है, जहां ग्वालियर पूर्व से कांग्रेस विधायक मुन्नालाल गोयल ने मुख्यमंत्री कमलनाथ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया हैं। उन्होंने सीएम कमलनाथ को पत्र लिखकर नाराज़गी जताई हैं। इसके साथ ही सीएम कमलनाथ को अपने वचन याद दिलाते हुए उन्हें जगाने की बात कहीं हैं।
इतना ही नहीं मुन्नालाल गोयल ने विधायकों के क्षेत्र में काम ना होने को लेकर भी अपनी नाराजगी जाहिर की है। उनकी मानें तो ना मुख्यमंत्री और ना ही मंत्रियों के पास विधायकों की समस्या सुनने की फुर्सत हैं।
क्या लिखा गया पत्र में
मुन्नालाल गोयल ने सीएम कमलनाथ को पत्र लिखते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने अपने वचन पत्र में प्रदेश के गरीब भूमिहीनों को आवास हेतु पट्टा देने का वचन दिया हैं। फिर वचन का पालन करने में देरी क्यों हैं? मैं अपने क्षेत्र के गरीब भूमिहीन परिवारों के आशियाने के ऊपर कड़कती ठंड में बुलडोजर चलते देख रहा हूं। प्रशासन के अधिकारियों से कांग्रेस कार्यकर्ता का अपमान देख रहा हूं और गरीब भूमिहीन परिवारों को पट्टे देने के सवाल पर सदन के अंदर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव से लेकर पत्र के माध्यम से कई बार आपका ध्यान आकर्षित करा चुका हूं।
मुख्यमंत्री के रूप में आप पर काम के बोझ को मैं महसूस करता हूं लेकिन जिस जनता ने मुझे विधायक चुना है उसके हितों को लेकर उनका ध्यान रखना मेरा फर्ज हैं। लेकिन आपको विधायकों की समस्या सुनने की फुर्सत नहीं हैं।
उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि पिछले 6 महीने में मुख्यमंत्री से लेकर संबंधित मंत्रियों को कई बार पत्र दे चुका हूं। लेकिन कोई कर्यवाई नहीं हो रहीं हैं। यहीं कारण है की 17 जनवरी को विधानसभा की कार्यवाही का बहिष्कार किया, ताकि आप जाग सकें। बता दे कि विधायक मुन्नालाल गोयल आज 18 जनवरी को विधानसभा परिसर में गांधी प्रतिमा के नीचे धरने पर बैठेंगे।