सिंधिया बोले, ज़रूरत पड़ी तो करूंगा कमलनाथ सरकार का विरोध! मंत्री गोविंद सिंह बोले कोई ज़रूरत नहीं
भोपाल से खाईद जौहर की रिपोर्ट – गुरुवार को कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया टीकमगढ़ पहुंचे। जहां उन्होंने एक सभा को संबोधित किया, इस दौरान उन्होंने अतिथि शिक्षकों को लेकर एक बड़ा बयान दिया। जो इस समय प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ हैं। साथ ही उनके इस बयान पर सियासत का दौर भी शुरू हो गया हैं।
दरअसल, सिंधिया ने सभा को संबोधित करते हुए अतिथि शिक्षकों से कहा था कि अगर उस घोषणापत्र का एक-एक वाक्य पूरा न हुआ तो अपने को सड़क पर अकेले मत समझना। आपके साथ सड़क पर मैं भी उतरूंगा। इतना ही नहीं सिंधिया ने कहा था कि आप चिंता मत करो, आपकी ढाल भी मैं बनूंगा और आपका तलवार भी मैं बनूंगा।
सिंधिया ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार अभी बनी है, एक वर्ष हुआ हैं। थोड़ा सब्र हमारे शिक्षकों को रखना होगा। आपकी मांग मैंने चुनाव के पहले भी सुनी थीं, मैंने आपकी आवाज उठाई थी और ये विश्वास मैं आपको दिलाना चाहता हूं कि आपकी मांग जो हमारी सरकार के घोषणापत्र में अंकित है वो घोषणापत्र हमारे लिए हमारा ग्रंथ हैं।
ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस बयान ने अब प्रदेश में तूल पकड़ ली हैं। इसी कड़ी में अब कमलनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह का भी बड़ा बयान सामने आया हैं। उन्होंने सिंधिया को बड़ी सलहा दे दी हैं।
गोविंद सिंह ने उन्हें सड़कों पर ना उतरने की सलाह दी हैं। गोविंद सिंह का कहना है कि सिंधिया प्रदेश के नेता है और ऐसे उन्हें सड़कों पर उतरने की जरुरत नही हैं। मंत्री गोविंद सिंह ने कहा कि पार्टी में बैठकर मुख्यमंत्री से चर्चा करके अपनी प्रदेश की वित्तीय हालत देखते हुए कदम उठाएं। अतिथि विद्वान कोई नियमित कर्मचारी के लिए नहीं रखे गए थे, टेंपरेरी रखे गए थे। नियमित जब होंगे जब नियमों का पालन करेंगे।