जातिवार गणना से OBC मतदाताओं को साधने में जुटी कांग्रेस

मध्यप्रदेश में सत्ता के समीकरण साधने के लिए कांग्रेस जातिवार गणना के मुद्दे को हवा देने में जुट गई है। पार्टी ने अपने ओबीसी नेताओं को जिम्मा दिया है कि, वे यह बात लोगों को समझाएं कि जातिवार गणना उनके लिए कितनी महत्वपूर्ण है और इसका लाभ क्या होगा। दरअसल, प्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा में कई क्षेत्र ऐसे हैं, जहां ओबीसी निर्णायक भूमिका में हैं। यही कारण है कि पार्टी ने इस बार 64 ओबीसी प्रत्याशी उतारे हैं।
आपको बता दें कि, एमपी कांग्रेस ने सरकार बनने पर जातिवार गणना कराने की गारंटी दी है। इसके पीछे उद्देश्य प्रदेश के ओबीसी मतदाताओं को साधने का है। कमल नाथ सरकार ने ओबीसी आरक्षण 14 से बढ़ाकर 27 प्रतिशत करने का संशोधन भी कर दिया था, यद्यपि यह अभी तक पूरी तरह लागू नहीं हो पाया है।
ओबीसी से आने वाले राजमणि पटेल को राज्यसभा भी विंध्य क्षेत्र के ओबीसी मतदाताओं को संदेश देने के लिए भेजा गया था। उल्लेखनीय है कि, कांग्रेस का पिछले विधानसभा चुनाव में सबसे निराशाजनक प्रदर्शन विंध्य अंचल में ही रहा था। इस बार यह स्थिति न बने इसलिए सिहावल से विधायक और पार्टी प्रत्याशी कमलेश्वर पटेल को आगे बढ़ाया गया है।