फिर "मामा" ने अफसरों को चेताया, कहा सुन लें, कोई गड़बड़ी पाई गई तो मैं उसे छोडूंगा नहीं, इस बार ये है पूरा मामला
- मुख्यमंत्री शिवराज ने एक बार फिर अफसरों को चेताया
- यदि कहीं गड़बड़ पाई जाती है तो मैं उसे छोडूंगा नहीं
- यहां जानिए क्या है पूरा मामला
भोपाल : सोमवार को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने ग्वालियर-चंबल और विदिशा के बाढ़ प्रभावितों को सिंगल क्लिक से राहत राशि देने के वर्चुअल कार्यक्रम से बड़ी कही। उन्होंने अफसरों को चेताते हुए कहा कि सारे अफसर सुन लें कि राहत राशि में कोई गड़बड़ नहीं होगी। हमारी नीति भ्रष्टाचार में जीरो टॉलरेंस की है। यदि कहीं गड़बड़ पाई जाती है तो मैं उसे छोडूंगा नहीं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि बाढ़ प्रभावितों को राहत राशि बांटने में भ्रष्टाचार नहीं होने देंगे। पहले चेक और कैश देते थे तो भ्रष्टाचार होता था। अब सीधे बैंक खाते में पैसा जाता है। इस दौरान सीएम ने बताया , 9 जिलों के 24 हजार 529 हितग्राहियों को 31 करोड़ 51 लाख रुपए की राहत राशि ट्रांसफर की गई है। प्रदेश में अब तक 1 लाख 27 हजार बाढ़ प्रभावितों को 109 करोड़ 89 लाख रुपए की राहत राशि दी जा चुकी है।
गौरतलब है कि बीते माह भारी बारिश के चलते ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में बाढ़ आ गई थी, जिसमें हज़ारों लाखों लोगों के घर उजाड़ गए थे। जबकि कई लोगों की जान भी चले गई थी। बता दे कि मुख्यमंत्री शिवराज ने खुद इन बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा भी किया था। इसके अलावा कमलनाथ भी इन इलाकों में दौरा करने पहुंचे थे।