सीएम शिवराज चमका रहे "सिंधिया" समर्थक "मंत्री" का बंगला!
सीएम शिवराज चमका रहे “सिंधिया” समर्थक “मंत्री” का बंगला!
- मंत्री तुलसी सिलावट के बंगले के लिए स्वीकृत किए गए 1 करोड़ 32 लाख
- कांग्रेस ने साधा निशाना
- तुलसी सिलावट का बयान, कांग्रेस झांकने लगी है बंगले
भोपाल/गरिमा श्रीवास्तव:- मध्यप्रदेश में जितने भी मंत्री है उनके चमकते बंगले दूर से ही दिखाई देते होंगे पर जब इनकी खर्चों की जानकारी हम आप तक साझा कर तो सुनकर आपके भी होश उड़ जाएंगे कि सरकार द्वारा उनके बंगलों पर इतने खर्चे किए जाते हैं.
जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट के बंगले की लिए सरकारी बजट की स्वीकृति मिलने के बाद हंगामा शुरु हो चुका है. बताते चलें कि सरकार ने मंत्री तुलसी सिलावट के बंगले में अतिरिक्त निर्माण के लिए 1 करोड़ 32 लाख का बजट शिवराज सरकार ने स्वीकृत कर दिया. इसे लेकर अब कांग्रेस ने सरकार का घेराव करना शुरू कर दिया.
बताते चलें कि जब मध्य प्रदेश में सत्ता का बदलाव हुआ और शीर्ष कुर्सी बीजेपी ने संभाली तब मंत्रियों के बंगले के लिए 4 करोड़ 58 लाख का बजट स्वीकृत किया गया.
B-7 चार इमली स्थित तुलसी सिलावट के बंगले पर दो मंजिला भवन बनने के लिए यह राशि खर्च की जाएगी.
इससे पहले इतनी बड़ी राशि किसी मंत्री के बंगले निर्माण के लिए नहीं खर्च की गई है बताते चलें कि तुलसी सिलावट ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक मंत्री हैं जो ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भाजपा में शामिल हुए थे.
कांग्रेस ने साधा निशाना:-
कांग्रेस ने अब इस मुद्दे को भुनाना शुरू कर दिया है पूर्व मंत्री और दक्षिण पश्चिम से विधायक पीसी शर्मा ने कहा कि यह इतना बड़ा अंतर है कि यहां पर जो F और G टाइप के मकान हैं इनका कोई रिनोवेशन नहीं होता एक शेर तक नहीं बन पाता. मंत्रियों के लिए डेढ़ करोड़,चार करोड़ और इससे ज्यादा तो गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के बंगले पर खर्च हुआ है.
तुलसी सिलावट का बयान, कांग्रेस झांकने लगी बंगले:-
तुलसी सिलावट का इस पर कहना है कि बंगले की स्थिति बुरी है और कांग्रेस सरकार में भी मंत्रियों के बंगले पर जमकर खर्च किए गए थे.
तुलसी सिलावट ने कहा कि कांग्रेस अब बंगले भी झांकने लगी है. जब कांग्रेस की सरकार थी तो उनके बंगले शीशे के थे और अब आप सभी मेरे इस वक्त बंगले चल कर देख लीजिए की क्या स्थिति है, उसके बाद ही मैं कुछ कहूंगा
अब मंत्री तुलसी सिलावट का बंगला जल्द ही चमकने लगेगा इधर मंत्रियों के बंगले पर सरकार का ज्यादा ध्यान रहता है.
आगे देखना होगा कि इस मुद्दे पर और कितनी सियासत होती है