चयनित शिक्षकों पर बेरोजगारी और महंगाई की मार, आखिर कब समझेगी शिवराज सरकार?
चयनित शिक्षकों पर बेरोजगारी और महंगाई की मार, क्या समझेगी शिवराज सरकार?
मध्य प्रदेश के चयनित शिक्षक 2018 से अपनी भर्ती प्रक्रिया पूरी होने का इंतजार कर रहे हैं पर सरकार द्वारा सिर्फ सिर्फ इन्हें छला जा रहा है.
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर चयनित शिक्षिकाएं राजधानी भोपाल की बीजेपी कार्यालय पहुंची थी और इस दौरान उन्होंने प्रदर्शन किया था जिसके पास शिवराज सरकार ने उनका पोर्टल अपडेट किया था और वेरिफिकेशन शुरू करने की बात कही थी पर एक बार फिर से महामारी का हवाला देकर उनका वेरिफिकेशन रोक दिया गया है चयनित शिक्षक लगातार सोशल मीडिया के माध्यम से ज्ञापन के माध्यम से अपनी भर्ती प्रक्रिया पूरी करने की मांग कर रहे हैं.
वहीं इसी बीच मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने चयनित शिक्षक भर्ती मुद्दे पर आवाज उठाई है उन्होंने कहा कि मप्र चयनित शिक्षक अभ्यर्थियों की नियुक्ति पर Shivraj सरकार संज्ञान लें..एवं लम्बे समय से तारीख़ पर तारीख़ देने वाली जुमलेबाज सरकार 1 जुलाई को चयनित शिक्षकों की नियुक्ति का आदेश जारी करे.
इस महामारी के दौर में चयनित शिक्षकों के लिए अपना जीवन यापन करना काफी मुश्किल हो गया है.
तो अब देखना होगा कि शिवराज सरकार की नजर चयनित शिक्षकों पर कब पड़ती है