अगर 15 अक्टूबर तक नहीं पूरी हुई ये मांग, तो बंद होगा बसों का संचालन, एसोसिएशन की सरकार को चेतावनी
भोपाल से खाईद जौहर की रिपोर्ट – 22 मार्च से कोरोना की वजह एवं लॉक डाउन कर कारण बसें पूरी तरह से बंद हो गई थी। इसके बाद 4 सितंबर को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने साढ़े पांच महीने का बसों का टैक्स माफ किया था। वहीं, 5 सितंबर से बसों का संचालन शुरू हुआ था।
लेकिन इसी बीच एक बार फिर बस संचालकों ने बसों के संचालन को बंद करने की मांग को तेज़ कर दिया हैं।
दरअसल, कोरोना के चलते यात्री नहीं मिल रहे हैं। जिसके कारण बस संचालकों को करीब 6 हज़ार रुपए का घाटा हर रोज़ हो रहा हैं। इसके अलावा डीजल, बसों के टायर पार्ट्स के बढ़ते दामों ने भी संचालकों की कमर तोड़ दी हैं।
वहीं, मध्यप्रदेश के बस संचालकों ने किराए में वृद्धि की मांग की हैं। यदि 15 अक्टूबर तक बसों का किराया नहीं बढ़ाया गया तो राजधानी सहित प्रदेश के अन्य जिलों में बसों का संचालन बंद हो सकता हैंं।
इधर, अध्यक्ष गोविंद शर्मा ने परिवहन विभाग और सीएम कार्यालय को पत्र लिखकर कहा है कि सरकार ने ट्रांसपोर्ट टैक्स माफ के प्रस्ताव मंजूर करने के साथ किराया समिति द्वारा प्रस्तावित किराया वृद्धि पर जल्द फैसला लेने का ऐलान किया था। एसोसिएशन ने कहा भोपाल सहित मध्य प्रदेश में करीब 30 हजार से ज्यादा यात्री बसों का संचालन हो रहा हैं।
एसोसिएशन ने कहा कि सरकार को कार्रवाई के लिए 15 अक्टूबर तक का समय दिया गया हैं। अगर इस दौरान कोई निर्णय नहीं लिया जाता है तो प्रदेश में यात्री बसों का संचालन बंद करने कर दिया जाएगा।
यदि बसों का संचालन बंद होता है तो इस से यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता हैं।