ओंकारेश्वर में ममलेश्वर झूला सेतु का टूटा तार, बाल बाल बचे लोग

प्रणय शर्मा, खंडवा। मध्यप्रदेश के विश्व प्रसिद्ध लक्ष्मण झूला की तर्ज पर ओंकारेश्वर में बना ममलेश्वर सेतु का सपोटिंग तार टूटने से अलसुबह भगदड़ मच गई। पुल टूटते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया और बड़े अफसरों सहित एनएचडीसी के अधिकारी भी तत्काल मौके के निरीक्षण के लिए पहुंचे और झूले पर तत्काल आवाजाही रोक दी गई। ये पुल ब्रम्हपुरी को ओंकारेश्वर मंदिर से जोड़ता है। गनीमत रही कि इससे पुल पर कोई नुकसान नहीं हुआ। लेकिन प्रशासन ने पूरा एहतियात बरतते हुए पुल पर तीर्थयात्रियों की आवाजाही पूरी तरह रोक दी है। बताया जा रहा है कि सपोटिंग तार टूटने से बड़ा हादसा हो सकता था, लेकिन वक्त रहते इस हादसे को टाल दिया गया। फ़िलहाल जिम्मेदार अधिकारी मौके पर पहुंचकर कर निरीक्षण कर रहे है।
पुल पर रोकी आवाजाही
घटना के बाद ब्रम्हपुरी से ओंकारेश्वर जाने वाले यात्रियों को रोक दिया गया है। अब श्रद्धालु ब्रम्हेश्वर मंदिर से गौमुख घाट के ऊपर से निकलकर पुराने पुल पर होते हुए ओंकारेश्वर मंदिर पंहुच रहे हैं। बता दें कि जिस वक्त ये घटना हुई उस दौरान पुल पर भारी भीड़ थी। बताया जा रहा है कि दो साल पहले पुल का मेंटेनेंस किया गया था।
19 साल पुराना है झूला पुल
आपको बता दें कि सिंहस्थ 2004 में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिये एनएचडीसी ने 7 करोड़ रुपये की लागत से 235 मीटर लंबे ममलेश्वर सेतु का निर्माण किया गया था। ओंकारेश्वर में हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन और स्नान के लिये पहुंचते हैं। बुधवार सुबह झूला पुल पर अचानक उस समय हड़कंप मच गया, जब ब्रम्हपुरी से शिवपुरी को जोड़ने वाले 19 वर्ष पुराने झूला पुल का सपोटिंग तार अचानक टूट गया। तार टूटने से पुल से गुजर रहे यात्रियों में हड़कंप मच गया। इसकी सूचना मिलने पर मांधाता नायब तहसीलदार और थाना प्रभारी सहित एनएचडीसी के जिम्मेदार अधिकारी मौके पर पहुंचे और पुल से आने जाने वाले यात्रियों को रोक दिया गया।