मोदी जी , शाह जी सुन लीजिये इस पाकिस्तानी हिंदू बिटिया (शरणार्थी) की गुहार
राजस्थान से गरिमा श्रीवास्तव की रिपोर्ट :- राजस्थान में पाकिस्तान के सिंध प्रान्त से आई एक लड़की को परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी गई।
बताते चलें की दमी कोहली नाम की पाकिस्तानी हिन्दू शरणार्थी लड़की जो भारत में कुछ वर्ष पूर्व आयी थी,उसे राजस्थान शिक्षा बोर्ड ने कथित तौर पर परीक्षा फॉर्म भरने की इजाजत नहीं दी , दमी का कहना है की पकिस्तान में उसके और पूरे परिवार के साथ धर्म के आधार पर प्रताड़ना की जाती थी ,जिसके वजह से सभी लोग बेहद परेशान थे और बड़ी आशाओं के साथ भारत लौटे थे।
उसने 10वीं तक की पढ़ाई पाकिस्तान में की है.दमी कोहली जोधपुर से सटे आंगनवा रिफ्यूजी कैंप में रहती है. इसी जगह उसने एक स्कूल में 11वीं में एडमिशन लिया था।अब इस वर्ष उसे 12वीं की परीक्षा देनी थी जिसके लिए परीक्षा फॉर्म भरना अनिवार्य होता है , पर जब परीक्षा फॉर्म भरने का समय आया तो प्रशासन ने उसे एक्ज़ाम फॉर्म भरने से मना कर दिया।
जिसके बाद विवाद काफी बढ़ गया है।
हाल ही में नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA ) के तहत गृह मंत्री द्वारा पूरे देश में यह घोषणा की गई थी कि पकिस्तान और अन्य कुछ देशों से आने वाले हिन्दू ,जैन ,पारसी ,सिख,ईसाई को भारत में नागरिकता प्रदान की जाएगी। पर यह क्या, यह लड़की तो परीक्षा से ही बाहर कर दी गयी।
क्या CAA कानून का पालन राजस्थान का प्रशासन नहीं कर रहा ?
विवाद को देखते हुए प्रदेश के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि परीक्षा के नियमों में बदलाव के बाद लड़की को परीक्षा देने की अनुमति दी जाएगी.शिक्षा मंत्री डोटासरा ने कहा कि पाकिस्तानी दूतावास को एक पत्र भेजकर लड़की के सिलेबस की पूरी जानकारी मांगी गई है। हमलोग राजस्थान और वहां के सिलेबस को मिला रहे हैं।
अब परीक्षा फॉर्म भरने का समय भी समाप्त हो गया ,क्या करेगी दमी? क्या इसी प्रकार दमी का दमन हो जाएगा ?या फिर उसे सरकार द्वारा इंसाफ मिलेगा ?
प्रश्न तो बहुत हैं पर सबके उत्तर सिर्फ भारत सरकार के पास है।