भोपाल:- चौराहों और करीब 10000 घरों पर लगे काले झंडे, ये है बड़ी वजह
भोपाल:- चौराहों और करीब 10000 घरों पर लगे काले झंडे, ये है बड़ी वजह
भोपाल:- मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में चौराहों और करीब 10000 घरों पर काले झंडे लगे जिसके बाद प्रशासन सकते में आ गई और आनन-फानन में झंडे उतरवाए गए.
कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने कहा कि हमने कोरोना महामारी, पेट्रोल-डीज़ल के बढ़ते दाम और लगातार बढ़ती महंगाई के खिलाफ आंदोलन स्वरूप घरों और चौराहों पर काले झंडे लगवाए थे. लेकिन, प्रशासन इससे घबरा गया और इनको उतरवा दिया. उन्होंने कहा कि ये आंदोलन गांधीवादी तरीके से किया जा रहा था.
कांग्रेस विधायक ने कहा कि जब से मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार आई है तब से स्थिति लगातार बिगड़ती रही है महंगाई चरम पर पहुंच रही है इस कोरोना महामारी में लोगों की जेब ढीली करने पर सरकार आमादा है.
दूसरी ओर, मसूद ने सरकारी आवास पर पत्रकारों से चर्चा में आरोप लगाया कि भाजपा के कुछ मंत्रियों और उनके लोगों द्वारा रेमडेसिवीर इंजेक्शन की बड़े पैमाने पर कालाबाज़ारी की गई. इस वजह से कोरोना महामारी की मार झेल रहे लोगों से कई गुना अधिक दाम वसूला गया. मसूद ने कहा कि आख़िर कोई बात तो है कि दवाओं की कालाबाजारी करने वाला हर व्यक्ति भाजपा का ही क्यों होता है.
इसके साथ ही आरिफ मसूद में यह बात भी कही कि अब ब्लैक फंगस के इंजेक्शन की भी कालाबाजारी हो रही है. सरकार से उन्होंने मांग की कि इस बढ़ती महंगाई में ब्लैक फंगस का फ्री इलाज किया जाए. इस कोरोना महामारी में स्कूल फीस कॉलेज फीस माफ की जाए.