शीतकालीन सत्र में भाजपा किसान के मुद्दे और कांग्रेस बीते 15 सालों का काला चिट्ठा खोलेगी, बन सकते हैं हंगामे के आसार
मध्यप्रदेश की 15वीं विधानसभा के शीतकालीन सत्र में भाजपा किसान और कांग्रेस बीते 15 सालों का बनाएगी मुद्दा
जैसे कि मध्यप्रदेश की 15वीं विधानसभा के शीतकालीन सत्र की शुरुआत 17 दिसंबर से होने जा रही है | यह सत्र 23 दिसंबर तक जारी रहेगा | इस दौरान सदन की कुल 5 बैठकें होंगी | इसी दौरान, कमलनाथ सरकार अनुपूरक बजट पेश करेगी | इस बार सत्र में जोरदार हंगामे की आशंका जताई जा रही है |
दरअसल, भाजपा कांग्रेस को किसानों के मुद्दे को लेकर, इसके अलावा कानून व्यवस्था और बिजली बिलों को लेकर घेरेगी | वहीं, कांग्रेस बीते 15 सालों का काला चिट्ठा खोलेगी | इसी के साथ केंद्र से मदद ना मिलने पर और भेदभाव करने पर आरोप लगाए जाएंगे | इस दौरान प्रह्लाद लोधी की सदस्यता का मामला भी शीतकालीन सत्र में छाया रहेगा |
वहीं, इसके अलावा सरकार अपने एक साल में पुरे हुए वचनों के प्रभावों के बारे में भी बताएगी | वहीं, विधायकों-मंत्रियों की संपत्ति का खुलासा करने को लेकर भी संकल्प प्रस्तुत किया जाएगा |