BJP की सहयोगी, तीन मंत्रियों वाली असम गण परिषद भी नागरिकता क़ानून के विरोध में उतरी
नई दिल्ली / खाईद जौहर – नागरिकता संशोधन कानून पर बीजेपी को झटका लगा हैं। दरअसल संसद में नागरिकता संशोधन बिल का समर्थन करने वाले असम गण परिषद (AGP) अब इसके विरोध में उतर आए हैं। पूर्वोत्तर में बीजेपी की प्रमुख सहयोगियों में से एक असम गण परिषद ने इस कानून के खिलाफ विरोध का ऐलान किया हैं। बताया जा रहा है कि इस मुद्दे पर असम गण परिषद का एक दल प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से भी मिलेगा।
बता दे कि असम गण परिषद (AGP) ने वरिष्ठ नेताओं की एक बैठक के बाद यह फैसला लिया है। साथ ही नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने की बात भी कही गई हैं। इस से पहले ऑल असम स्टुडेंट्स यूनियन (आसू) ने भी संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। आसू के प्रमुख सलाहकार समज्जुल भट्टाचार्य ने असम के लोगों से कथित ‘‘विश्वासघात'' करने के लिए भाजपा के शीर्ष नेताओं की निंदा की और इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया हैं।
गौरतलब है कि असम गण परिषद द्वारा इस बिल का समर्थन करने के बाद पार्टी में दो फाड़ की खबरें आईं। पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने अपने पद से इस्तीफा दे दिय़ा।