कैलाश विजयवर्गीय की अधिकारियों को धमकी, बीजेपी कार्यकर्ताओं को मत बनाओ निशाना, वरना इंदौर में लगा देंगे आग
इंदौर से खाईद जौहर की रिपोर्ट – अपने बयानों से हमेशा सुर्खियों बटोरने वाले बीजेपी महासचिव (BJP General Secretary) कैलाश विजयवर्गीय इस समय जमकर सुर्खिया बटोर रहे हैं। कैलाश विजयवर्गीय की एक धमकी का वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा हैं। दरअसल प्रदेश सरकार ने माफियाओं के खिलाफ अपना मोर्चा खोल दिया हैं। प्रदेश सरकार लगातार माफियाओं और अवैध कब्ज़ा करें लोगों के खिलाफ कड़ी कार्यवाई कर रहीं हैं। इसी बीच इंदौर में अवैध कब्ज़ों को हटाने के विरोध में बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने मोर्चा खोल दिया हैं। और कमलनाथ सरकार का घेराव करते करते उन्होंने अधिकारियों को धमकी भी दे डाली।
इंदौर में अतिक्रमण और भू-माफिया के ख़िलाफ प्रशासन की कार्रवाई जारी हैं। इसी पर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मैंने ऐसे 167 कांग्रेस कार्यकर्ताओं की सूची प्रशासन को दी है जिन्होंने अवैध कब्ज़े कर रखे हैं। लेकिन उनके खिलाफ कार्रवाई ना कर बीजेपी कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया जा रहा हैं। कैलाश विजयवर्गीय ने चेताया कि अब अगर हमारे कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई की गयी तो हम विरोध करेंगे।
बता दे कि कैलाश विजयवर्गीय ने भू-माफियाओं के ख़िलाफ जारी अभियान के बारे में चर्चा करने के लिए अधिकारियों को बुलाया था। विजयवर्गीय ने अधिकारियों को यह संदेश भिजवाया था कि वे सभी रेसीडेंसी कोठी पर पहुंचें। लेकिन विजयवर्गीय के संदेश के बावजूद डीआईजी, कलेक्टर, नगर निगम आयुक्त आदि अधिकारी रेसीडेंसी कोठी नहीं पहुंचे। जिसके बाद विजयवर्गीय अपने तमाम समर्थकों और नेताओं के साथ कमिश्नर आकाश त्रिपाठी के बंगले के बाहर धरना देकर बैठ गए। इस दौरान उनके साथ सांसद शंकर लालवानी, विधायक रमेश मेंदोला, गोपीकृष्ण नेमा, राजेश सोनकर भी मौजूद रहें।
वहीं, विजयवर्गीय ने अधिकारियों को धमकी भी दे डाली, विजयवर्गीय ने कहा 'हमने चिट्ठी लिखी कि हम मिलना चाहते हैं…ये भी सूचना नहीं दोगे कि हम शहर से बाहर हैं…ये हम बर्दाश्त नहीं करेंगे…हमारे संघ के पदाधिकारी यहां हैं, नहीं तो आग लगा देता इंदौर में। उन्होंने अधिकारियों को धमकी दी कि वो बीजेपी कार्यकर्ताओं को निशाना ना बनाएं, वरना मेरा कमर के नीचे वार न करने का संकल्प टूट भी सकता हैं।