मध्यप्रदेश के 15 वें मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह उर्फ़ दिग्गी राजा का जन्मदिन आज
भोपाल : आयुषी जैन : मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और प्यार से दिग्गी राजा और राजा साहब कहे जाने वाले, मध्यप्रदेश के कांग्रेसी नहीं बल्कि पूरे सूबे की राजनीति को अपने तरीके से हैंडल करने में महारत हासिल करने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आज 72 साल के हो चुके हैं.
सुबह से ही दिग्विजय सिंह को बधाइयों देने वालों का तांता शुरू हो चुका है. क्या नेता, क्या कार्यकर्ता, क्या अभिनेता हर कोई दिग्गी राजा को उनके जन्मदिन पर बधाई देना चाहता है. यह मामला और यह मौका और भी खास हो जाता है क्योंकि प्रदेश में अब कांग्रेस की सरकार है ऐसे में दिग्विजय सिंह का यह जन्मदिन पिछली बार से और भी ज्यादा बड़ा दिखाई देता है. PCC को पूरी तरह से चमका दिया गया है और ठीक ऐसा लग रहा है कि नजारा अब किसी बड़े नेता के जन्मदिन का ही है दिग्विजय सिंह इस फॉर्मेट में पूरी तरह से फिट नजर आते हैं.
28 फरवरी 1947 को जन्मे भारतीय राजनेता, मध्यप्रदेश राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेता है। वर्तमान में मध्य प्रदेश से राज्य सभा सांसद हैं, इसके पूर्व इस पार्टी में राष्ट्रीय महासचिव के पद पर थे। लोकसभा चुनाव 2019 मे मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी बनाये गये हैं।
दिग्विजय सिंह का जन्म राघोगढ़ में सामंती परिवार में हुआ था। रघोगढ़, ग्वालियर राज्य के अधीन एक राज्य था. दिग्विजय सिंह ने प्राम्भिक शिक्षा डेली कॉलेज इंदौर से प्राप्त की. इसके बाद श्री गोविन्दराम सेकसरिया प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान संस्थान, इंदौर से ही इंजीनियरिंग कि डिग्री प्राप्त की.
राजनैतिक जीवन
दिग्विजय सक्रिय राजनीति में १९७१ में आये, जब वह राघोगढ नगरपालिका अध्यक्ष बने। १९७७ में काँग्रेस टिकट पर चुनाव जीत कर रागोगढ़ विधान सभा क्षेत्र से विधान सभा सदस्य बने। १९७८-७९ में दिग्विजय को प्रदेश युवा काँग्रेस का महासचिव बनाया गया। १९८० में वापस रागोगढ़ से चुनाव जीतने के बाद दिग्विजय को अर्जुन सिंह मंत्रिमंडल में राज्यमंत्री का पद दिया गया तथा बाद में कृषि विभाग दिया गया। १९८४, १९९२ में दिग्विजय को लोकसभा चुनाव में विजय मिली। १९९३ और १९९८ में इन्होंने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.
वे कांग्रेस के महासचिव पद पर (२००४-२०१८) रहते हुए अनेक प्रदेशों का प्रभार संभाल चुके हैं। उनके कार्यकाल (प्रभार) में कांग्रेस ने कई राज्यों में बेहतरीन प्रदर्शन किए। असम, महाराष्ट्र कर्नाटक और राजस्थान में सरकारें बनीं तथा उत्तर प्रदेश, गोवा और बिहार में कांग्रेस का वोट प्रतिशत बढ़ाने में उनका योगदान रहा। वर्तमान में वे राज्य सभा सांसद हैं.