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भोपाल : स्टेट हेल्थ एजेंसी की 47 निजी अस्पतालों पर छापामार कार्रवाई, 18 में पकड़ा गया फर्जीवाड़ा, होगा कड़ा एक्शन

भोपाल : आयुष्मान योजना में इम्पैनल प्रायवेट हॉस्पिटल्स में चल रहे फर्जीवाडे़ को पकड़ने के लिए स्टेट हेल्थ एजेंसी की अलग-अलग 20 टीमों ने भोपाल के करीब 47 निजी अस्पतालों पर छापामार कार्रवाई की थी। मंगलवार देर रात तक चली कार्रवाई के दौरान SHA द्वारा बनाई गई डॉक्टरों की टीमों ने करीब 18 अस्पतालों में फर्जीवाड़ा पकड़ा है। अब इन अस्पतालों की आयुष्मान योजना से संबद्वता खत्म करने, पैसे की रिकवरी और पंजीयन खत्म करने जैसी कार्रवाई प्रस्तावित की जाएगी।

अफसरों की प्राइमरी रिपोर्ट में 18 अस्पतालों पर होगा एक्शन

आयुष्मान भारत निरामयम मप्र के सीईओ अनुराग चौधरी ने बताया कि 47 अस्पतालों के निरीक्षण में 18 अस्पतालों में कई बड़ी गड़बड़ियां पाई गई हैं। इन अस्पतालों के जांच प्रतिवेदन के आधार पर कार्रवाई की जा रही है। और भी अस्पतालाें के निरीक्षण का काम लगातार जारी रहेगा। प्रदेश भर में ऐसी जांच कराई जा रही है।

अस्पताल का नाम :  प्रस्तावित कार्रवाई

  • लोटस हॉस्पिटल : जनरल मेडिसिन स्पेलिटी सस्पेंड करके पेनाल्टी लगाई जाएगी
  • नवजीवन अस्पताल : संबद्धता खत्म की जाएगी
  • अनंतश्री अस्पताल :  संबद्धता खत्म की जाएगी
  • अपेक्स हॉस्पिटल : संबद्धता खत्म की जाएगी
  • आयुष्मान भारत अस्पताल :  संबद्धता खत्म की जाएगी
  • गुरू आशीष हॉस्पिटल : संबद्धता खत्म की जाएगी
  • पीबीजीएम हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर : संबद्धता खत्म की जाएगी
  • आयुष्मान अस्पताल : संबद्धता खत्म की जाएगी
  • RR अस्पताल जनरल मेडिसिन स्पेलिटी : सस्पेंड करके पेनाल्टी लगाई जाएगी
  • नवोदय केंसर अस्पताल : जनरल मेडिसिन स्पेलिटी सस्पेंड करके पेनाल्टी लगाई जाएगी
  • नवोदय हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर :  जनरल मेडिसिन स्पेलिटी सस्पेंड करके पेनाल्टी लगाई जाएगी
  • भोपाल मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल : संबद्धता खत्म की जाएगी
  • राजदीप अस्पताल :  संबद्धता खत्म की जाएगी
  • किसनानी अस्पताल : संबद्धता खत्म की जाएगी
  • सर्वोत्तम अस्पताल :  जनरल मेडिसिन स्पेलिटी सस्पेंड करके पेनाल्टी लगाई जाएगी
  • आधार हॉस्पिटल मल्टी स्पेशलिटी यूनिट :  संबद्धता खत्म की जाएगी
  • VCH हॉस्पिटल : संबद्धता खत्म की जाएगी
  • जीवन श्री अस्पताल : इम्पैनलमेंट खत्म होगा

ऐसी गड़बडियां मिलीं

  • मरीजों को जनरल वार्ड के बजाय ICU या HDU में दर्ज करना, चिकित्सा पैकेज का दुरुपयोग।
  • बिना लक्षण वाले मरीज भर्ती, लंबे समय तक रहना, जनरल वार्ड की जगह आईसीयू या एचडीयू बुक करना। गलत पैकेज का सिलेक्शन करना। मेडिकल पैकेज से सर्जरी करना।
  • आयुष्मान कार्ड धारी मरीजों की जेब से पैसा वसूलना।
  • कई प्रकार के एक्स्ट्रा चार्ज के नाम पर मरीजों से पैसे वसूलने की शिकायतें मरीजों के परिजनों ने बताई हैं।

नोट : खबर का क्रेडिट दैनिक भास्कर 

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