भोपाल : होमगार्ड जवान की मौत का मामला, जेपी अस्पताल सवालों के घेरे में, अब हुआ ये बड़ा खुलासा

मध्यप्रदेश/भोपाल – होमगार्ड जवान पुष्पराज की कोविड वैक्सीन का दूसरा डाेज लेने के कुछ दिन बाद अचानक तबीयत बिगड़ गई थी। उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। जिसके बाद बीती रविवार सुबह उसे भोपाल के जेपी अस्पताल के कोविड वार्ड में भर्ती कराया गया।
पुष्पराज के पिता नरेन्द्र सिंह ने बताया कि सोमवार सुबह 6.30 बजे उससे बात हुई, लेकिन बाद में फोन नहीं उठा रहा था। अस्पताल पहुंचे तो वह नहीं मिला। सोमवार सुबह 6.30 बजे से गायब पुष्पराज का शव अस्पताल के शौचालय में मंगलवार शाम 4 बजे मिला था। इस मामले में अस्पताल की सफाई व्यवस्था को लेकर गंभीर लापरवाही सामने आई हैं।
वहीं, पुष्पराज के गायब रहने के बीच अस्पताल की सफाई कंपनी के सुपरवाइजर कमल ने राउंड बुक में सोमवार लिखा था कि शौचालय की सफाई की गई है। जिसके अगले दिन शौचालय से पुष्पराज का शव मिला था। हालांकि बाद में सुपरवाइजर ने कहा कि उसने बिना जांच के ही शौचालय के बारे में राउंड बुक में अपनी टीप लिखी थी। इससे अब अस्पताल प्रबंधन के जिम्मेदारों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
बता दें पुष्पराज के पिता नरेन्द्र सिंह गौतम बेटे की हत्या करने का लगातार आरोप लगा रहे हैं। नरेन्द्र सिंह का आरोप है कि उनके बेटे को पहले भगोड़ा बता दिया गया और फिर हत्या की गई। हालांकि पुष्पराज के पीएम में मौत का कारण हार्ट अटैक से मौत होना बताया गया हैं।
इतना ही नहीं उन्होंने अस्पताल की जांच कमेटी पर भी सवाल खड़े कर कहा कि जिस अस्पताल में बेटे का शव मिला, उसके ही डॉक्टर निष्पक्ष जांच कैसे कर सकते हैं।
इधर, इस पूरे मामले पर अस्पताल के सिविल सर्जन एवं अस्पताल अधीक्षक डॉ. राकेश श्रीवास्तव ने कहा कि परिजनों के आरोप में के बारे में मैं कुछ नहीं कह सकता। हमने अपने अधिकार क्षेत्र में कमेटी बनाई हैं। कमेटी की रिपोर्ट में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।