भोपाल: कांग्रेस चुनाव में भाजपा से नहीं, कांग्रेस से हारी है-कमल नाथ
भोपाल: कांग्रेस चुनाव में भाजपा से नहीं, कांग्रेस से हारी है-कमल नाथ
भोपाल/राजकमल पांडे। मप्र का विधानसभा उपचुनाव एक बडे राजनीतिक बदलाव का चुनाव था, जहां एक ओर भाजपा को सत्ता में पुनः वापिस आना था, तो कांग्रेस को भी बागी विधायकों को यह बतलाना था कि तुम्हारे रहने या न रहने से पार्टी को फर्क नहीं पड़ता. अपितु कांग्रेस का विधानसभा उपचुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस में बयानों का मोर्चा खुल गया. मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने यह स्वीकार किया की हमारी हार की वजह स्वयं कांग्रेस ही थी और इतिहास गवाह है कि कांग्रेस चुनाव में भाजपा से नहीं, कांग्रेस से हारी है. कमल नाथ का बयान सियासी लोगों को सकते में ला दिया कांग्रेस के एक सीनियर लीडर का बयान कोई आम बात नही हो सकता और कांग्रेस का वह अंग जो केन्द्र के कैबिनेट तक में रह चुके हैं व पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के सबसे करीबियों में से एक कमल नाथ कहे जाते थे. और आज कमल नाथ की ये स्थिति है कि पार्टी में ही शीर्ष के नेता और पदाधिकारी उनकी बात सुनने से मना ही करते हैं. अभी हालही में कमल नाथ छिन्दवाड़ा के ग्रामीण व क्षेत्रीय कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों की बैठक में कई बातें कहीं. नगरीय निकाय व पंचायत चुनाव को लेकर हुई बैठक में नाथ ने कहा कि चुनाव में व्यक्तिगत संबंध नहीं सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक ही टिकट का आधार बनेगी अपितु आपको बता दें कि विधानसभा चुनाव में सर्वे रिपोर्ट के बाद ही टिकट दिए गए थे जिससे कांग्रेस पुनः सत्ता में वापसी की थी. कमलनाथ ने कहा कि दो या दो से ज्यादा नाम सामने आने पर लाटरी के जरिए प्रत्याशी चयन किया जायेगा.
कांग्रेस की सत्ता जाने के बाद कार्यकर्ताओं के बीच पार्टी में कलह शुरू हो गया था व टिकट की मांग पर भी काफी खीचतान मचा हुआ था. कमल नाथ ने कहा कि नगरीय निकाय चुनाव में भी प्रत्याशी सर्वे से ही चुना जाएगा इसमें कोई दोराय नहीं है