भोपाल : हमीदिया की “नई बिल्डिंग” में गिरी छत की सीलिंग, टला बड़ा हादसा, की जा रहीं है मामलें को दबाने की कोशिश

भोपाल : मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल “हमीदिया अस्पताल” हमेशा सुर्खियों में रहा है। कभी अग्निकांड, तो कभी मरीज़ों का इलाज सही तरीक़े से नहीं होना। इसके अलावा भी कई और ऐसे मामलें सामने आए है जिससे अस्पताल हमेशा चर्चा में रहा है।
वहीं, हमीदिया अस्पताल में दो हजार बिस्तरों की बिल्डिंग बनकर लगभग तैयार हो चुकी है। लेकिन नए भवन में अस्पताल की शिफ्टिंग से पहले ही घटिया निर्माण की खबरें अब चर्चा का विषय बनी हुई है।
बता दे कि रविवार- साेमवार को हुई बारिश में हमीदिया की नई बिल्डिंग (हॉस्पिटल-2) की पहली मंजिल पर छत की सीलिंग गिर गई। गनीमत रही कि जिस वक्त सीलिंग गिरी उस समय वार्ड में कोई मरीज भर्ती नहीं था।
हालांकि, ये पहला मौका नहीं है जब हमीदिया अस्पताल की नई बिल्डिंग में सीलिंग गिरी हो, इससे पहले भी तीन बार सीलिंग गिरने की घटना सामने आ चुकी है।
दरअसल, सुल्तानिया अस्पताल में संचालित गायनी विभाग को भी हमीदिया की नई बिल्डिंग में शिफ्ट किया जाना है। हफ्ते भर पहले नई बिल्डिंग में सीलिंग गिरने की घटना हुई थी। इसके बाद डॉक्टरों ने यहां काम दुरूस्त करने के बाद शिफ्टिंग करने की बात कही थी।
जबकि, लगातार सीलिंग गिरने की घटनाओं के बाद अफसर कंस्ट्रक्शन कंपनी पर कार्रवाई करने के बजाए मामले को दबाने में जुटे हैं।
इधर, जब हमीदिया अस्पताल के प्रोजेक्ट के इंचार्ज पीआईयू के ईई विजय सिंह से नई बिल्डिंग में सीलिंग गिरने की घटना के बारे में पूछा तो वे बोले इसकी अभी तक जानकारी नहीं मिली है। इस मामले की जानकारी करा रहे हैं।
बताते चले कि अस्पताल में पीडियाट्रिक विभाग, नेत्र रोग सहित तमाम विभागों को शिफ्ट किया जा चुका है। जबकि, फर्स्ट फ्लोर पर थैलेसीमिया वार्ड बनाया गया है।