भोपाल: CBI ने BSNL के सस्पेंड अकाउंट आफिसर पर दर्ज की FIR
- एमपी सर्किल में तैनात ओंकार प्रसाद वेंडरों के बिल पास कराने के लिए लेते थे रिश्वत
- विजलेंस टीम को ओंकार के बेटे के बैंक खाते में 14 लाख रुपए का ट्रांजेक्शन मिला
- CBI में पिता के साथ बेटे को भी बनाया आरोपी
भोपाल/स्वाति वाणी:-
भोपाल में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने बीएसएनएल (BSNL) के सस्पेंड अकाउंट आफिसर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। एमपी सर्किल में तैनात ओंकार प्रसाद पर वेंडरों के बिल पास कराने के लिए रिश्वत लेने का आरोप हैं। जांच एजेंसी ने विभाग के अधिकारी के बेटे को भी आरोपी बनाया है। विजलेंस टीम को ओंकार के बेटे के बैंक खाते में 14 लाख रुपए का ट्रांजेक्शन मिला हैं।
बेट के खाते में जमा करवाता था रिश्वत के पैसे
जांच में पता चला है की सस्पेंड अकाउंट आफिसर के बेटे के बैंक खाते में नौ महीने के भीतर 14 लाख 91 हजार रुपये जमा हो चुके हैं। आरोप है कि अधिकारी बेंगलुरू में अपने बेटे के बैंक खाते में रिश्वत की राशि जमा करा रहा था। विजिलेंस की टीम को अकाउंटेंट के आरोपी बेटे के अकाउंट डिटेल में इसके सबूत भी मिले हैं।
ओंकार प्रसाद पाल को सस्पेंड कर दिया
बीएसएनएल के एजीएम विभूति श्रीवास्तव की अगुवाई में जांच समित गठित की गई थी। कमेटी ने ओंकार प्रसाद पाल के जरिए पास किए गए दिल की जांच पड़ताल की। जांच में पता चला कि पाल बिना रिश्वत लिए विक्रेताओं के बिल पास नहीं करता है। वह बेंगलुरू में रहते हुए अपने बेटे के बैंक खाते में जमा करवाए गए रिश्वत के पैसे प्राप्त कर रहा था। गड़बड़ी का मामला सामने आने के बाद बीएसएनएल ने एमपी सर्किल में तैनात ओंकार प्रसाद पाल को सस्पेंड कर दिया था।
मुख्य महाप्रबंधक ने सीबीआई में दर्ज कराई शिकायत
बीएसएनएल के मुख्य महाप्रबंधक जयंत राजदी ने सीबीआई में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत के बाद जांच एजेंसी ने बीएसएनएल एमपी सर्कल में तैनात ओमकार प्रसाद पाल और उनके बेटे योगेश पाल व अन्य के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत मामला दर्ज किया है। बीएसएनएल ने संदिग्ध वेंडरों की सूची भी जारी की है।