बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति ने एयर फोर्स के जवानों के लिये सौंपी राखी

- सरहद पर जाने वाली बहने रक्षा बंधन के पर्व पर पहुंची आमला
बैतूल/आमला। करगिल युद्ध के बाद से प्रतिवर्ष देश की अंतराष्ट्रीय सीमाओं पर भाई बहन का प्रिय त्योहार मनाने वाली बहने आज आमला पहुंची और एयर फोर्स के जवानों के लिये राखी, मिठाई, मास्क, सेनिटाइजर और रुमाल सैन्य अधिकारी को भेंट किये। गत 19 वर्षों से ये बहने सरहदों पर ही राखी का पर्व सैनिकों के साथ मनाती आई है इस वर्ष कोरोना संक्रमण की वजह से जब राष्ट्र रक्षा मिशन का दल सरहद नहीं पहुंच पाया तो 10 दिन पहले 20 सरहदों पर तैनात सैनिको के लिये 4000 राखियां पोस्ट कर अपना संकल्प पूरा किया। वहीं रक्षा बन्धन के अवसर पर सुबह 10:30 बजे आमला के वायु सेना अधिकारियों को जवानों के लिये करीब 500 राखियां सौंपी।
समिति अध्यक्ष गौरी पदम के साथ कोषाध्यक्ष जमुना पन्डाग्रे, सचिव भारत पदम, सह सचिव ईश्वर सोनी, सदस्य हर्षित पन्डाग्रे, नीलम वागद्रे, पूर्वी वागद्रे व आमला में संस्था के ऑटो एम्बुलेन्स योजना प्रकल्प के संयोजक व समाजसेवी मनोज विश्वकर्मा, पार्षद ओमवती विश्वकर्मा ने समिति की ओर से 2019 में अगरतला सरहद से लाया स्मृति चिन्ह भेंट किया।
वायु सेना के जवानों की कलाई पर सजी राखी
असिस्टेंट सिक्युरिटी आफिसर डी एस शेहरावत,असिस्टेंट सिक्युरिटी आफिसर मलिक को राष्ट्र रक्षा मिशन के दल ने राखियां भेंट कर सभी जवानो को राखी बंधवाने के निवेदन किया । जिस पर अधिकारी द्वय ने समिति के दल का आग्रह सहर्ष स्वीकार किया और इस तरह लॉक डाउन और कोरोना काल के बीच भी बहनों ने सुरक्षित रक्षा बंधन मनाया। समिति अध्यक्ष ने बताया कि समाजसेवी मनोज विश्वकर्मा के प्रयास से सरहदी बहनों की राखी जवानों की कलाई तक पहुंच पाई। राष्ट्र रक्षा मिशन का जवानों के साथ रक्षा बंधन मनाने का यह 20 वा वर्ष है। इस अवसर पर ओमवती विश्वकर्मा पूर्व पार्षद आमला, अनिता यादव,रजनी सोनिया,प्रमोद हारोडे,अकरम खान,आराधना मालवीय सहित संस्था के पदाधिकारी व सदस्य मौजूद थे।