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अगर आप कर रहे कार में बोतल बंद पानी का उपयोग या घर में है RO का पानी,तो हो जाएं सावधान

अगर आप कर रहे कार में बोतल बंद पानी का उपयोग या घर में है RO का पानी,तो हो जाएं सावधान

पानी हमारी बुनियादी ज़रुरत है लेकिन आधुनिक तरीके से पानी पीने की होड़ में आपको हो सकती है बड़ी दिक्कत है। जिस बोतल बंद पानी और RO ने आपके दिमाग में कब्ज़ा बना लिया है और आपको ये भरोसा दिला दिया है कि इस तरीके के पानी को पीकर आप सुरक्षित है और सेहतमंद रह सकते है तो ये बात अपने दिमाग से आप निकाल दें क्योकि RO और बोतल बंद पानी ही है आपके बीमारी की असल वजह

RO के पानी पर WHO की रिपोर्ट

  • WHO ने 2005 में ‘HEALTH RISKS FROM DEMINERALISED WATER’ शीर्षक से एक रिपोर्ट जारी की थी। इसके अनुसार फिल्टर किया हुआ या RO का पानी आपके स्वास्थ्य की दृष्टि से सुरक्षित नहीं है।
  • WHO की रिपोर्ट के अनुसार, जब RO पानी फिल्टर करता है तो वह इस पानी में से बैक्टीरिया के साथ-साथ मिनरल्स और टीडीएस (Total Dissolved Solids) को भी पूरी तरह से निकाल देता है।
  • TDS का मतलब है पानी में घुले सूक्ष्म पदार्थ। इनमें सोडियम, फ्लोराइड, आयरन, क्लोराइड, कैल्शियम, मैग्निशियम, नाइट्रेट जैसे पदार्थ होते हैं, जो कि मानव शरीर के लिए आवश्यक हैं।
  • RO का पानी फिल्टर करने में पानी में उपस्थित जरूरी कैल्शियम और मैग्नीशियम 90% से 99% तक नष्ट हो जाते हैं।
  • इसके लगातार सेवन से आपको हृदय संबंधी विकार, थकान महसूस होना, मानसिक कमजोरी और मांसपेशियों में ऐठन या सिरदर्द जैसे कई रोग हो सकते हैं।

बोतल बंद पानी

 

  • शुद्धता और स्वच्छता के नाम पर बोतलों में भरकर बेचा जा रहा पानी भी सेहत के लिए खतरनाक है। यह बात कई अध्ययनों में उभरकर सामने आई है। इसके अलावा बोतलबंद पानी के इस्तेमाल के बाद बड़ी संख्या में बोतल कचरे में तब्दील हो रहे हैं और ये पर्यावरण के लिए गंभीर संकट खड़ा कर रहे हैं।
  • अमेरिका की एक संस्था है नेचुरल रिसोर्सेज डिफेंस काउंसिल। इस संस्था ने अपने अध्ययन के आधार पर यह नतीजा निकाला है कि बोतलबंद पानी और साधारण पानी में कोई खास फर्क नहीं है।
  • मिनरल वाटर के नाम पर बेचे जाने वाले बोतलबंद पानी के बोतलों को बनाने के दौरान एक खास रसायन पैथलेट्स का इस्तेमाल किया जाता है। इसका इस्तेमाल बोतलों को मुलायम बनाने के लिए किया जाता है।
  • इस रसायन का प्रयोग सौंदर्य प्रसाधनों, इत्र, खिलौनों आदि के निर्माण में किया जाता है। इसकी वजह से व्यक्ति की प्रजनन क्षमता पर नकारात्मक असर पड़ता है। बोतलबंद पानी के जरिए यह रसायन लोगों के शरीर के अंदर पहुंच रहा है।
  • यह रसायन उस वक्त बोतल के पानी में घुलने लगता है जब बोतल सामान्य से थोड़ा अधिक तापमान पर रखा जाता है। ऐसी स्थिति में बोतल में से खतरनाक रसायन पानी में मिलते हैं और उसे खतरनाक बनाने का काम करते हैं।
  • अध्ययनों में यह भी बताया गया है कि चलती कार में बोतलबंद पानी नहीं पीना चाहिए। क्योंकि कार में बोतल खोलने पर रासायनिक प्रतिक्रियाएं काफी तेजी से होती हैं और पानी अधिक खतरनाक हो जाता है।

 

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