बड़वानी : पूर्व कलेक्टर भवन में हो रहा तिरंगे का अपमान, नहीं दे रहा कोई सरकारी कर्मचारी इसपर ध्यान..
बड़वानी से हेमंत नागझिरिया की रिपोर्ट – जिला बड़वानी के पुराने कलेक्टर भवन जहाँ पर अब सहकारिता विभाग, ई दक्ष और जिला समन्यवक जन अभियान का ऑफीस हैं और इसी ऑफिस के बाहर राषटीय ध्वज इस हाल में रखा गया हैं जो कि ध्वज का अपमान को दर्शाता हैं। इस समय चार सरकारी ऑफिस होने के बावजूद भी इस प्रकार तिरंगे ध्वज पर नजर न आना सरकारी कर्मचारियों की घोर लापरवाही का नतीजा हैं। और कानून के प्रति अपमान का प्रतीक हैं। प्रशासन ने इस पर कठोर कार्यवाही करनी चाहिये। पूर्व में यह बड़वानी कलक्टर ऑफिस भी रहा चुका है यह पर अभी भी कई डिपार्टमेंट से सरकारी कर्मचारियों सहित जन सामान्य की आवाजाही रहती हैं।
सरकार ने राष्ट्रीय ध्वज के लिए कुछ नियम और अनुच्छेद बनाये हैं जिसके अनुरूप ध्वज फहराने की अनुमति दी गई हैं।
जब झंडा फट जाए या मैला हो जाए, तो…
आम जनमानस, कोई भी गैर सरकारी संगठन या कोई भी शिक्षा संस्था तिरंगा झंडा को सभी दिनों या विशेष अवसरों, औपचारिकताओं या अन्य अवसरों पर फहरा/प्रदर्शित कर सकता हैं। बशर्ते, उसके सम्मान और मर्यादा का ख्याल रखा जाए। जैसे, जब कभी तिरंगा फहराया जाए, तो उसकी स्थिति सम्मानजनक और पृथक होनी चाहिए। किसी भी अन्य झंडे के साथ एक ही ध्वज दंड में तिरंगा नहीं फहराया जा सकता।
फटा हुआ या मैला-कुचैला झंडा प्रदर्शित नहीं किया जा सकता
किसी दूसरे झंडे या पताका को राष्ट्रीय झंडे से ऊपर या उससे ऊंचा या उसके बराबर नहीं लगाया जाए। न हीं पुष्प, माला, प्रतीक या अन्य कोई वस्तु उसके ध्वज दंड के ऊपर रखी जाए। जहां झंडे का प्रदर्शन खुले में किया जाता है, वहां मौसम का ध्यान रखे बिना उसे सूर्योदय से सूर्यास्त तक फहराया जाना चाहिए.
जब झंडा फट जाए, मैला हो जाए, तो उसे एकांत में पूरा नष्ट कर दिया जाए। बेहतर होगा कि उसे जलाकर या उसकी मर्यादा के अनुकूल किसी अन्य तरीके से नष्ट किया जाए।