बड़वानी : उम्मीद नहीं थी इतनी जल्दी ठीक हो जाएंगे पर, भगवान के सफेदपोश दूतों ने हमें चंगा कर दिया

खुशियों की दास्तां, सेंधवा के मां-बेटे, उपचार पश्चात लोटे अपने घर
बड़वानी से हेमंत नागझिरिया की रिपोर्ट – हमारी हालत अत्यंत खराब थी, जब हमारी रिपोर्ट कोरोनावायरस पॉजिटिव आई तो हमारे पैरों के तले जमीन ही खिसक गई। हम, मां-बेटे को कुछ नहीं सूझ रहा था कि अब क्या होगा और कैसे हम करेंगे। ऐसे में प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों , कर्मियों ने आकर हमें सहारा दिया। और वाहन से हमें ट्रामा सेंटर बड़वानी लाकर भर्ती करा दिया। ट्रामा सेंटर में भगवान के दूत, सफेद पोशाकधारी स्वास्थ्य विभाग का अमला किसी फरिश्ते से कम नहीं लगा। इन सब की मेहनत एवं प्रोत्साहन भरे शब्दों के कारण आज हम स्वस्थ होकर अपने घरों को लौट रहे हैं। इसके लिए सभी का कोटि-कोटि धन्यवाद। यह कहना है सेंधवा की रहवासी किरण बाई एवं उनके सुपुत्र पंकज चौधरी का।
सेंधवा की रहवासी किरण बाई चौधरी एवं उनके सुपुत्र पंकज चौधरी को स्वस्थ होने के पश्चात बुधवार को जैसे ही ट्रामा सेंटर के आइसोलेशन वार्ड से घर के लिए मुक्त किया गया, उनकी आंखों में खुशियों के आंसू छलक उठे। उन्होंने खुशी-खुशी बताया कि ट्रामा सेंटर में भर्ती के दौरान समस्त स्वास्थ्य विभाग के अमले ने उनकी इतनी अच्छी सेवा की जिसका बखान वे शब्दों में नहीं कर सकते। क्योंकि सफेद वस्त्रधारी स्वास्थ्य विभाग का यह अमला , कोरोनावायरस पॉजिटिव लोगों के लिए किसी भगवान से कम नहीं है। इसलिए स्वास्थ्य विभाग का यह हमला सच्चे मायने में कोरोनावायरस योद्धा है। जो हम कोरोनावायरस पॉजिटिव लोगों के लिए अपनी जान खतरे में डालकर हमें चंगा कर रहे हैं ।