Arun Yadav का BJP में "स्वागत" है, अगर वो…..VD Sharma का बड़ा बयान, सियासी हलचल तेज़

- नरोत्तम मिश्रा के बाद वीडी शर्मा ने दिया बड़ा बयान
- कमलनाथ-दिग्विजय सिंह को घेरा
- अब कांग्रेस इनको बना सकती है अपना उम्मीदवार
भोपाल/खाईद : मध्यप्रदेश की खंडवा लोकसभा सीट से कांग्रेस के लिए प्रबल दावेदार माने जा रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने चुनाव लड़ने से इंकार करने के बाद से ही प्रदेश में बयानबाज़ी का दौर शुरू हो गया है। भाजपा इसको लेकर लगातार कांग्रेस पार्टी पर तंज कस रही है। इसी बीच अब इस मामले पर भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा का बड़ा बयान सामने आया है।
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि यदि अरुण भाजपा की रीति-नीति मानते हैं तो उनका भाजपा में स्वागत हैं। उन्होंने किस कारण से चुनाव लड़ने से मना किया, ये अंदरूनी मामला है, लेकिन कांग्रेस में दिल्ली में सोनिया-राहुल गांधी सबकुछ रहेंगे और मध्यप्रदेश में दिग्विजय सिंह व कमलनाथ के बेटे। इनके अलावा किसी और को कांग्रेस आगे नहीं बढ़ने देगी।
इस से पहले गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी इसको लेकर तंज कसते हुए कहा था कि पिछड़े वर्ग के नेताओं को अपमानित करना कांग्रेस का पुराना इतिहास रहा है, जहां तक अरुण यादव जी के उपचुनाव लड़ने से इंकार की बात है तो इसकी पटकथा कमलनाथ जी और उनके समर्थक बहुत पहले से ही लिख रहे थे। कमलनाथ रेस लगाने की चुनौती देते है और खुद की पार्टी में ढाई घर चलते है। अगर आप किसी के जमीर पर हमला करोगे तो वह ‘अरुण यादव’ ही बनेगा।
वहीं, इस पुरे मामले पर अरुण यादव का कहना है कि कांग्रेस में टिकट दिल्ली से तय होता है। पार्टी योग्यता के आधार पर टिकट देती है, चुनाव लड़ने का तरीका यही होना चाहिए। हालांकि यादव ने खंडवा लोकसभा सीट से खुद की दावेदारी और चुनाव नहीं लड़ने की बात पर कुछ नहीं कहा। बहरहाल अब पार्टी किसे अपना उम्मीदवार बनाती है ये तो समय ही बताएगा।
लेकिन, कहा जा रहा है कि पूर्व विधायक राज नारायण सिंह को पार्टी उम्मीदवार बना सकती है। पार्टी ने राज नारायण सिंह के नाम पर अपनी सहमति दे दी है। कहा जा रहा है कि राज नारायण सिंह, दिग्विजय सिंह के करीबी माने जाते हैं और ऐसे में खंडवा सीट पर कांग्रेस की जीत का दारोमदार दिग्विजय सिंह पर होगा। वहीं, दूसरी तरफ अगर अरुण यादव, राजनारायण के नाम पर राजी होते हैं तो आज उनके नाम की घोषणा हो सकती है।