जैसे अफ्रीका में गांधी जी ने नागरिकता कार्ड को फाड़ा था, आज मैं भी इस विधेयक को फाड़ता हूं – ओवैसी
नई दिल्ली / खाईद जौहर – नागरिकता संशोधन विधेयक को सोमवार को गृहमंत्री अमित शाह ने लोकसभा में पेश किया। इसके बाद सदन में बिल पर चर्चा शुरू हुई। चर्चा शुरू होने के बाद इस बिल पर काफी हंगामा भी हुआ। कई लोग इसके पक्ष में आए तो कई लोगों ने इसका विरोध किया। इस दौरान चर्चा में भाग लेते हुए एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने बिल पर पार्टी का पक्ष रखा और बोलने के दौरान ही बिल की कॉपी फाड़ दी।
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ''महात्मा गांधी ने दक्षिण अफ्रीका में नागरिकता कार्ड को फाड़ा था और मैं आज इस विधेयक को फाड़ता हूं। इसके बाद उन्होंने विधेयक की प्रति फाड़ दी।
असदुद्दीन ओवैसी ने बिल के विरोध में कहा कि देश को दोबारा से बांटने के लिए यह बिल लाया गया हैं। उन्होंने कहा कि बिल में धर्म के आधार पर लोगों का बंटवारा किया गया हैं। ओवैसी ने कहा कि यह संविधान के खिलाफ हैं। इसके अलावा उन्होंने आरोप लगाया कि यह सरकार मुसलमानों के ‘राष्ट्रविहीन’ बनाने की साजिश कर रही हैं।
गौरतलब है कि लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल 2019 पास हो गया हैं। इस बिल के पक्ष में 311 वोट पड़े जबकि विरोध में 80 पड़े हैं। वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने इस बिल के पास होने के बाद सदन में कहा कि बिल में मुसलमानों के हक नहीं छीने गए हैं। बिल में पाकिस्तान बांग्लादेश और अफगानिस्तान के सिख बौद्ध जैन ईसाई हिंदू पारसियों को नागरिकता देने का प्रावधान हैं।