एक ही काम कि 25 जगह से मिल रही थी सैलरी, एक शिक्षिका की करतूत

अमेठी
कोरोना महामारी, लॉक डाउन और तमाम तरह की मुसीबतों से भरा यह 2020 न जाने और क्या-क्या दिखलाएगा यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा। लेकिन बहरहाल जो हम आपको बताने जा रहे हैं उससे यह जरूर आपको समझ आएगा कि देश का सरकारी विभाग किस तरीके से खुद के लोगों द्वारा ही ठगा जा रहा है। ताजा मामला उत्तर प्रदेश का है। उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया। यहां काम करने वाली एक शिक्षिका पर आरोप है की वह एक नई बल्कि एक साथ 25 जगहों से सैलरी ले रही थी। जब मामले का खुलासा हुआ तब शिक्षिका अनामिका शुक्ला को विभाग में नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है।
6 महीने पहले हुई थी नियुक्ति
मामला उत्तर प्रदेश के अमेठी का है। अमेठी के कस्तूरबा गांधी विद्यालय में एक शिक्षिका बेसिक शिक्षा विभाग में अभी काफी चर्चा में है। उसका रीजन उनका पढ़ाई का तरीका नहीं बल्कि उनका सेल्फी लेने का तरीका। उन पर आरोप है कि उन्होंने एक जगह काम करते हुए बेसिक शिक्षा विभाग के 25 जनपदों से सैलरी ली है। सबसे गंभीर मामला तो यह है यह शिक्षिका न जाने कितने महीनों से 25 जगहों से सैलरी ले रही थी और विभाग को इस बात की भनक तक नही है। अमेठी जनपद की बात करें और अगर जिम्मेदारों की माने तो शिक्षिका अनामिका शुक्ला ने पिछले वर्ष नवंबर के महीने में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय अमेठी में जॉइनिंग की थी। तय समय-सीमा तक शिक्षिका विद्यालय आती थी और उन्हें 6 महीने का वेतन भी दिया गया था।
फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ तो उसके बाद बीएसए पत्र जारी कर पत्र प्राप्त होने के एक हफ्ते के भीतर शिक्षिकाओं ने वास्तविक दस्तावेज तलब किया है। और इस मामले में FIR की भी चेतावनी दी गई है। बीएसए विनोद कुमार मिश्र ने कहा की मैनपुरी जिले के हसनपुर निवासी शिक्षिका अनामिका शुक्ला पर कई जनपदों में कूटनीतिक दस्तावेज कार्य करने के आरोप है संतोषजनक स्पष्टीकरण मुकदमा दर्ज कार्रवाई की जाएगी।