देश और प्रदेश में रेप के लगातार बढ़ते मामले को लेकर शिवराज सिंह चौहान के ताबड़तोड़ ट्वीट
भोपाल :- हैदराबाद की रेप घटना के बाद से ही देश और प्रदेश में हैदराबाद की बिटिया के प्रति हमने अनेको अनेक करुणाए और संवेदनाए एवं सहानुभूति देखी तो वहीँ आरोपियों के विरुद्ध आक्रोश भी देखने को मिला।
लोग तो यहाँ तक कह रहें हैं की ऐसे सभी आरोपियों को फांसी की सजा तक मुकर्रर कर देना चाहिए।
साथ ही ट्विटर पर कुछ लोग यह भी कह रहें हैं की रेप को रोकने के लिए परमानेंट फार्स्ट ट्रेक कोर्ट बनाना चाहिए।
ताकि ऐसे घृणित, समाज के दरिंदों को उनके सहीं अंजाम तक जल्द से जल्द पहुँचाया जा सकें। जिससे की पीड़िता को न्याय मिले और ऐसे अपराधों पर लगाम लग सकें।
खैर यह तो अपनी अपनी भावनाएं है जो समाज की इस घटना की और अग्रसर होकर लोग प्रकट कर रहें हैं। वैसे यदि मध्यप्रदेश में रेप की बात की जाए तो यहाँ भी हालात और भी ख़राब नज़र आते हैं।
यहाँ आपको बता दें की महिलाओं के साथ रेप के मामले में 4,882 की संख्या के साथ 2017 में मध्य प्रदेश देश में सबसे आगे था।
कल मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्विटर पर ताबड़तोड़ रेप के विरुद्ध मुहिम में भिड़ गए और एकाएक उन्होंने कई ट्वीट करे :-
आइए देखते हैं प्रमुख ट्वीट :-
ट्वीट नंबर :- 1) हमारे नीति शास्त्रों में कहा गया है,कृते प्रतिकृति कुर्याद्विसिते प्रतिहिंसितम।
तत्र दोषं न पश्यामि शठे शाठयम समाचरेत। दुष्ट के साथ दुष्टता का ही व्यवहार करना चाहिये।
मानवाधिकार सिर्फ़ मानवों के होते है, इन जैसे दरिंदों एवं हैवानों के लिए नहीं। #DeathForRapistsआइए, हम सब मिल कर एक अभियान चलाएँ और प्रतिज्ञा लें कि जब तक हमारे देश की हर एक बेटी सुरक्षित महसूस न करे तब तक हम चैन से नहीं बैठेंगे! #DeathForRapists
ट्वीट नंबर :- 2 ) बलात्कार जैसे कृत्य को अंजाम देने वाले दरिंदों को यह सबक़ मिलना चाहिए कि जैसी क्रूरता वे महिलाओं और बेटियों के साथ करते हैं, उतनी ही क्रूरता एवं निर्दयता के साथ हमारा क़ानून उन्हें सज़ा देगा। #DeathForRapists
ट्वीट नंबर :- 3 ) मेरा माननीय सुप्रीम कोर्ट एवं भारत के चीफ़ जस्टिस से अनुरोध है कि यदि एक बार लोअर कोर्ट में गुनाह साबित हो जाए, उसके बाद बाक़ी तमाम न्यायालय बलात्कार के केस को सिर्फ़ एक दिन में सुनवाई कर अपना फ़ैसला तुरंत दें, ऐसी व्यवस्था हो।
ट्वीट नंबर :- 4 ) हमने देखा है कि फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट से या लोअर कोर्ट से तो इन दरिंदों को फाँसी हो जाती है, लेकिन उस पर तुरंत अमल नहीं होता क्योंकि वे फिर हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट, और अंत में राष्ट्रपति भवन के पास दया की अर्ज़ी ले कर चले जाते हैं। #DeathForRapists
ट्वीट नंबर :- 5 ) आप को याद होगा कि जब मैं मुख्यमंत्री था तब हमने मध्यप्रदेश में बेटियों के साथ बलात्कार करने वाले दरिंदों को फाँसी की सज़ा देने का क़ानून बनाया था। बाद में इसी तरह का क़ानून हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में संसद में पारित किया गया था। #DeathForRapists