साधु संतों पर इंदिरा गांधी ने चलवा दी थी गोलियां, दिग्विजय सिंह पर दर्ज हो गौहत्या का मामला : स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरी
जबलपुर : मध्यप्रदेश में गो वंश की मौत का मामला अभी थमता हुआ नज़र नहीं आ रहा है। इस मामलें में जहां एक तरफ कांग्रेस सत्ताधारी भाजपा के घेराव में जुटी है तो वहीं दूसरी तरफ भाजपा भी कांग्रेस के आरोपों पर लगातार पलटवार करने से पीछे नहीं हट रहीं है। मालूम हो कि कांग्रेस ने गौशाला में हो रही सैकड़ों गायों की मौत की जांच के लिए एक कमेटी बनाई है, जिसमें कई पूर्व मंत्रियों को शामिल किया गया है जो इसकी जांच करेंगे।
अब कांग्रेस द्वारा बनाई गई इस कमेटी पर मध्यप्रदेश गौसंवर्धन बोर्ड के उपाध्यक्ष स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरी ने निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सिर्फ राजनैतिक फायदा उठाने के लिए गायों की मौत का मुद्दा उठा रही है और उसे बताना होगा कि कमलनाथ शासनकाल में मध्यप्रदेश गौसंवर्धन बोर्ड क्यों भंग रखा गया था। इस दौरान उन्होंने प्रदेश में गौसदन बंद करवाने पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर गौहत्या का मामला दर्ज करने की भी बात कही।
स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरी ने कहा कि कांग्रेस शासनकाल में ही स्लॉटर हाउस को लायसेंस देने का काम किया गया था और आज कांग्रेसियों की गौभक्ति कैसे जाग गई? उन्होंने आरोप लगाया कि सन् 1967 में देश में गौहत्या बंद करवाने के लिए दिल्ली पहुंचे साधु संतों पर तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने गोलियां चलवा दी थीं। कांग्रेस जन्म से ही धर्म विरोधी पार्टी है और ऐसी पार्टी गायों की मौत की जांच करे ये आश्चर्यजनक है।