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मंडला : धड़ल्ले से हो रहा अवैध खनन ,रोज 2 लाख की रेत चोरी ,देखें video 

मंडला : धड़ल्ले से हो रहा अवैध खनन ,रोज 2 लाख की रेत चोरी ,देखें video 

 

  • मंडला में धड़ल्ले से हो रहा अवैध खनन 
  • जिम्मेदारों ने मूंदी आंखें, मिलीभगत से लाखों के राजस्व का नुकसान
  • रेत माफिया ने साफ कर दी सुरपन और बंजर नदी
  • प्रतिदिन 100  ट्रॉली रेत निकासी
  • 2200  रुपए है एक ट्रॉली रेत की कीमत
  • मंडला रोज 2  लाख की रेत चोरी

    देखें video – https://fb.watch/1YEfCfDZ2t/

मंडला से तरुण मिश्र की विशेष रिपोर्ट 
जिले में रेत का अवैध करोबार धड़ल्ले से चल रहा है। रेत चोर दिन दहाड़े सुरपन व बंजर नदी को छलनी कर रहे हैं। दोनों नदियों के अलग-अलग घाटों से प्रतिदिन लगभग 100 ट्रैक्टर ट्रॉली रेत चोरी की जा रही है, जो 2200  रुपए प्रति ट्रॉली के हिसाब से बेची जा रही है। इस हिसाब से रेत माफिया प्रतिदिन 220000 रुपए की कमाई कर सरकार को चूना लगाने में जुटे हैं। अवैध खनन को लेकर प्रशासन का इस तरह आंख मूंदना इशारा करता है कि रेत के खेल में कई विभागों के जिम्मेदारों की मिलीभगत है।
 यह अवैध कारोबार  पिछले एक वर्ष से चल रहा है। हाल ही में जिले की रेत खदानों की नीलामी हुई है लेकिन रेत ठेकेदार ने खदानों में काम शुरू नहीं किया है। रेत चोर बिना भय के सुरपन नदी से रेत निकालकर डंप करनेे में जुटे हैं।  दिन-रात दर्जनों ट्रेक्टर सुरपन नदी पर बनाए गए अस्थाई मार्ग से रेत की ढुलाई कर रहे हैं। स्थानीय लोगों की मानें तो दिन में ही रेत डंप कर ली जाती है। जिसे रात के अंधेरे में बड़े वाहनो पर भरकर भेज दिया जाता है। यहां माइनिंग व पुलिस प्रशासन पूरी तरह से निष्क्रिय नजर आ रही है। लोगों का कहना है कि इतनी बड़ी मात्रा में बिना रॉयल्टी अदा किए किया जा रहा रेत खनन जिम्मेदार अधिकारियों की मिली भगत के बगैर संभव नहीं है।
नदियों के तट और बीच नदी से लगातार हो रही रेत निकासी 
 नदियों के तट और बीच नदी से लगातार हो रही रेत निकासी से जहां नदी का अस्तित्व खतरे में है वहीं स्थानीय लोग भी ट्रैक्टरों की धमाचौकड़ी से परेशान हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि बारिश के मौसम में भी रेत माफिया रेत निकालने से नहीं चूकते।  बारिश में कुछ दिनों जब नदी में बाढ़ आती है केवल तभी ट्रैक्टरों के चके थमते हैं।
इन घाटों से हो रही रेत निकासी


रेत निकासी प्रमुख रूप से टोला, आरटीओ के पीछे नेवर गांव, नारा, दिवारा, बगली, सीता रपटन, बरबसपुर, भडिय़ा,टिकरवाड़ा, हृदयनगर, तलैया टोला, बहरी, मांद, बम्हनी, कटंगा टोला आदि घाटों से की जा रही है।
बढ़ा 15  किलोमीटर का फासला 
 देवगांव के लोग पैदल ही सुरपन नदी पार करके हिरदेनगर पहुंचते थे। अब ट्रैक्टरों की आवाजाही से इस मार्ग पर गहरी खाई बन गई है। जिससे लोगों को हिरदेनगर पहुंचने के लिए लगभग 15 किलोमीटर का अधिक सफर तय करना पड़ रहा है। ट्रैक्टरों को निकालने के लिए चालक अपनी जान भी जोखिम में डाल रहे हैं। रेत चोरी इतनी अधिक बढ़ गई है कि अब लोगों कम कीमत में ही रेत उपलब्ध करा दी जाती है।
40  करोड़ रुपए में नीलाम हुई हैं जिले की खदानें
मंडला जिले की सभी रेत खदानों की नीलामी हो चुकी है। रेत खनन का काम उत्तर प्रदेश की कंपनी अष्टावक्र आईटी सॉल्युशन लिमिटेड को मिला है। एक वर्ष के लिए खदानों की नीलामी 40 करोड़ रुपए में की गई है। हालांकि कंपनी ने अभी खनन का काम आरंभ नहीं किया है।
फोन नहीं रिसीव करते जिम्मेदार
अवैध रेत खनन के मुद्दे पर द लोकनीति जबलपुर ने मंडला कलेक्टर हर्षिता सिंह को तीन बार उनके मोबाइल नंबर 7587970600 
पर 21  नवंबर को 4.44  और 6.05 बजे तथा 23 नवंबर को 1.32  बजे कॉल किया वहीं जिले के माइनिंग अधिकारी ध्रुव मरकाम को उनके  मोबाइल नंबर
9893476579  पर कई संपर्क करने की कोशिश् की गई लेकिन फोन नहीं रिसीव किया गया।

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