जब राज्यपाल के लिए बोले पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, "ऐसी जिंदगी से तो मौत भली", CM ने साधा निशाना
भोपाल : सोमवार को पूर्व मंत्री और कांग्रेस के सीनियर नेता सज्जन सिंह वर्मा ने राज्यपाल को लेकर विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा कि “हमें लग रहा था कि आदिवासी वर्ग के राज्यपाल आदिवासी बेटी की बात जरूर सुनेंगे। लेकिन कोरोना की वजह से उन्होंने मिलने से ही इन्कार कर दिया। ऐसी जिंदगी से तो मौत भली।”
दरअसल, पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा नेमावर से पदयात्रा कर आई आदिवासी लड़की भारती के समर्थन में राजभवन पहुंचे थे, जहां उन्होंने मीडिया से बात करते हुए ये बात कही।
वहीं, कांग्रेस नेता सज्जन सिंह वर्मा का ये बयान सामने आते ही भाजपा को इसका पलटवार करने पर ज़रा भी देर नहीं लगी। खुद मुख्यमंत्री शिवराज ने अपने ट्वीट पर इसका वीडियो शेयर कर सज्जन सिंह वर्मा पर जमकर निशाना साधा।
सीएम ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा की – कांग्रेस के नेता धैर्य ही नहीं, विवेक भी खोते जा रहे हैं। संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति पर ऐसी ओछी टिप्पणी न केवल राजनैतिक मर्यादाओं का हनन है, अपितु सबके कल्याण की कामना करने वाली भारतीय परंपरा का भी अपमान है। आपकी यह टिप्पणी हृदय प्रदेश के हृदय पर आघात है।
जबकि, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि कांग्रेस संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों के प्रति भी अमर्यादित भाषा का प्रयोग कर रही है जो उचित नहीं है।
बता दे कि मध्यप्रदेश के देवास ज़िले के नेमावर में हुए नरसंहार के बाद आदिवासी परिवार की जीवित बची इकलौती बेटी भारती मंगलवार को भोपाल पहुची। भारती ने न्याय के लिये एक जनवरी से पदयात्रा शुरू की थी और 200 किलोमीटर तक पैदल चल राज्यपाल के पास ज्ञापन देने पहुंची थी। इसी के समर्थन में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, पीसी शर्मा और कांग्रेस युथ के अध्यक्ष विक्रांत भूरिया राजभवन का घेराव करने पहुंचे थे।